अग्निवीर भर्ती 2022 - हिसार में रैली की स्क्रीनिंग हुई पूरी, इस तारीख को चुने गए उम्मीदवारों का होगी परीक्षा

भर्ती रैली में 17 हजार कैंडिडेट्स ने भाग लिया
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अग्निपथ योजना के तहत नियुक्त सैनिकों को 'अग्निवीर' कहा जायेगा. जिनका सेवा काल 4 वर्ष रखा गया है. इन चार वर्षों में, उन्हें पहले साल 30 हज़ार रुपये प्रति महीना वेतन दिया जाएगा. जोकि चौथे साल 40 हज़ार रुपये प्रति महीना तक होगा.

हिसार - हिसार में चल रही अग्निपथ भर्ती रैली की स्क्रीनिंग प्रक्रिया मंगलवार, 23 अगस्त को समाप्त हो गई है. चुने गए कैंडिडेट अब 16 अक्टूबर, 2022 को हिसार के मिलिट्री स्टेशन(Hisar Cant.) में होने वाली सामान्य प्रवेश परीक्षा में शामिल होंगे.

भर्ती रैली के ARO(Army Recruitment Office) डायरेक्टर ने बताया कि 22 हजार से अधिक कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया था. जिसमें से लगभग 17 हजार कैंडिडेट्स ने भाग लिया. रैली में हिसार, जींद फतेहाबाद व सिरसा जिलों की 30 तहसीलों/उप तहसीलों के युवाओं ने भाग लिया.

हिसार व जींद जिलों के अग्निवीर GD(General Duty) कैंडिडेट्स के लिए अंतिम दिन निर्धारित किया गया था. अंतिम दिन के लिए लगभग 2400 रेजिस्ट्रेड कैंडिडेट्स में लगभग 1800 कैंडिडेट्स ने रैली में भाग लिया. उन्होंने बताया कि अग्निपथ भर्ती रैली में युवाओं की भागीदारी ने इस रैली को शानदार सफलता दिलाई.

फर्जी एडमिट कार्ड पकड़े गए थे

शनिवार 20 अगस्त को हुई भर्ती रैली में 14 फर्जी मामले पकड़े गए थे. हिसार के अलावा फतेहाबाद, जींद व अन्य जिलों में हुई भर्ती में कई युवकों को फर्जी एडमिट कार्ड के साथ भी पकड़ा गया था. इन सभी ने कम्प्यूटर की मदद से एडमिट कार्ड को क्रॉप करके यह फर्जीवाड़ा किया था. सभी उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड पर बार कोड स्कैनिंग की गई, स्कैनिंग में 14 उम्मीदवारों के फर्जी होने का पता चला. जिसके बाद सभी फर्जी एडमिट कार्ड के साथ पकड़े गए युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया गया.

क्या है अग्निपथ योजना

दरअसल भारत की तीन पराक्रमी सेनाओं(थल सेना, वायुसेना और नौसेना) में अब नए तरीके से युवाओं की भर्ती की जाएगी. 'अग्निपथ योजना(Agnipath Yojana)' के तहत अब सेना में युवाओं को भर्ती किया जाएगा. इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर(Agniveer)' के नाम से जाना जाएगा और जिनका सेवा काल 4 वर्ष का होगा.

30 हज़ार से लेकर 40 हज़ार रुपये तक मासिक वेतन

इस योजना के तहत साढ़े 17 से 21 वर्ष के ही युवा भाग ले सकते हैं. जिनका चयन तयशुदा सेना के भर्ती नियमों के तहत होगा जिसमें फिजिकल व मेडिकल टेस्ट(Physical And Medical Examination) होगा. अग्निपथ योजना के तहत नियुक्त सैनिकों को 'अग्निवीर' कहा जायेगा. जिनका सेवा काल 4 वर्ष रखा गया है. इन चार वर्षों में, उन्हें पहले साल 30 हज़ार रुपये प्रति महीना वेतन दिया जाएगा. जोकि चौथे साल 40 हज़ार रुपये प्रति महीना तक होगा.

अग्निवीर समूह फंड

वेतन के साथ अग्निवीरों को रिस्क(Risk), राशन(Ratio n), वर्दी व यात्रा भत्ता(Uniform and Travel Allowance) भी दिया जाएगा. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि सैनिक के वेतन में से 30 फ़ीसदी का योगदान अग्निवीर समूह फंड(Agniveer Group Fund) में और 30 फीसदी ही सरकार के तरफ से सेवा निधि में योगदान दिया जाएगा. जोकि 4 साल बाद 11.71 लाख रुपये एक मुश्त राशि के रूप में दिया जाएगा.

मृत्यु क्षतिपूर्ति(Death Compensation)

अग्निवीर को 48 लाख रुपये का गैर अंशदायी जीवन बीमा(Non Contributory Life Insurance)
सर्विस के दौरान मौत होने पर 44 लाख अतरिक्त अनुग्रह राशि(Ex gratia) यानी मुआवजा.

विकलांग होने पर मुआवजा

अग्निवीर अगर सर्विस के दौरान किसी हादसे में विकलांग हो जाता है तो उसे मेडिकल एग्जामिनेशन के बाद जारी किए गए सर्टिफिकेट के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा.

100 फ़ीसदी विकलांग होने पर 44 लाख रुपये

75 फीसदी विकलांग होने पर 25 लाख रुपये

50 फ़ीसदी पर 15 लाख रुपये

इसके साथ ही 4 साल की सेवा के बाद अग्निवीरों को मेरिट व परफॉर्मेंस के आधार पर सेना के रिक्त पदों की भर्ती के लिए प्राथमिकता दी जाएगी. बता दें कि अग्निपथ योजना में सेवा दे चुके सैनिकों को पेंशन का लाभ नही मिलेगा.

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