रोहतक में बनेगा 500 एकड़ में फुटवियर लेदर इंडस्ट्री हब, ITI में दी जाएगी ट्रेनिंग

चंडीगढ़ - हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला(Deputy Chief Minister Dushyant Chautala) ने कहा कि राज्य सरकार रोहतक में करीब 500 एकड़ में फुटवियर लेदर क्लस्टर बनाएगी ताकि राज्य के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके. उन्होंने कहा कि रोहतक शहर के आस-पास के आईटीआई संस्थानों(Industrial Training Institute) के विद्यार्थियों को फुटवियर इंडस्ट्री(Footwear Industries) से जोड़कर ट्रेनिंग भी दी जाएगी ताकि लेदर इंडस्ट्री के उद्योगपतियों(Industrialists) को स्थानीय स्तर पर ही कुशल युवा मिल सके और युवाओं को उनके घर के नजदीक रोजगार हासिल हो सके. डिप्टी सीएम ने कहा,"जिनके पास उद्योग एवं वाणिज्य विभाग का प्रभार भी है, ने आज यहां एमएसएमई(Ministry Of Micro Small & medium Enterprises) के अधिकारियों व फुटवियर इंडस्ट्री एसोसिएशन के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे."
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने फुटवियर इंडस्ट्री एसोसिएशन(Footwear Industry Association) के पदाधिकारियों को बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में उद्योगपतियों को काफी सहूलियतें दे रही है ताकि उनको अपने उद्योग चलाने में कोई परेशानी न हो और इससे स्थानीय युवाओं को भी रोजगार के अवसर मिल सकेंगे. उन्होंने बताया कि रोहतक में राज्य सरकार करीब 500 एकड़ क्षेत्र में फुटवियर लेदर क्लस्टर(Footwear Leather Cluster) बनाएगी जिसमें उद्योगपतियों को हर प्रकार से मदद की जाएगी. दुष्यंत चौटाला ने बताया कि करीब दो दर्जन उद्योगों के चालू होते ही वहां पर एक साल में कॉमन सर्विस सेंटर(Common Service Center) बना दिया जाएगा, जिससे उद्योगपतियों को अपने कार्य में आसानी होगी.
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में लेदर इंडस्ट्री के उद्योगपतियों की मदद के लिए लेदर से संबंधित एक सेंटर-ऑफ-एक्सीलेंस(Center Of Excellence) भी बनाया जाएगा। एसोसिएशन के पदाधिकारियों की डिमांड पर दुष्यंत चौटाला ने फुटवियर लेदर क्लस्टर के पास ही लेबर-हॉस्टल बनाने का आश्वासन दिया ताकि वहां काम करने वाले मजदूरों को रहने व इंडस्ट्री तक आने-जाने में परेशानी न हो. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में राज्य में उद्योग लगाने के लिए निवेशक आगे आ रहे हैं क्योंकि सरकार ने औद्योगिक माहौल में सुधार के लिए कई प्रमुख कदम उठाए हैं जिनकी बदौलत हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हरियाणा को एमएसएमई के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया था.
Twenty states/UTs have institutionalised the Central Inspection System and fully developed online systems & enhanced service delivery for improving Ease Of Doing Business. #IndiaMeansBusiness pic.twitter.com/WvJCqH3d5T
— NSitharamanOffice (@nsitharamanoffc) June 30, 2022
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जहां प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान हासिल हुआ है, वहीं वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय(Ministry of Commerce and Industry) द्वारा जारी स्टेट इज ऑफ डूइंग(State Of Ease Doing Business) बिजनेस के पांचवें संस्करण में हरियाणा को टॉप अचीवर्स कैटेगरी में स्थान मिला है जो कि किसी भी राज्य के लिए गर्व की बात है. डिप्टी सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार की उद्योगों को अनुकूल माहौल प्रदान करने की प्रतिबद्धता के कारण ही हरियाणा की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, ईज ऑफ लॉजिस्टिक्स और एक्सपोर्ट रेडीनेस(Ease of Logistics and Export Readiness) में उत्कृष्ट रैंकिंग आई है. इसके अतिरिक्त, निर्यात तैयारी सूचकांक (भूमि बंद श्रेणी)-2021 में राज्य को पहला तथा लॉजिस्टिक्स इज एक्रोस डिफरेंट स्टेटस(Logistics is Across Different Status) सर्वे-2021 में दूसरा स्थान मिला है.