क्या है मोदी सरकार की अग्निपथ योजना? अमित शाह ने बताया 4 साल की नौकरी के बाद युवाओं को मिलेगा यह फायदा
![AGNEEPATH](https://theinknews.com/static/c1e/client/96874/uploaded/9cc6614b71fc74616d11b77e76c86ebe.webp)
चंडीगढ़: बीते मंगलवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Central Defence Minister Rajnath Singh) ने बढ़ती बेरोजगारी को ख़त्म करने के लिए केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना अग्निपथ का लॉन्च किया है। जिसके तहत सरकार ने सेना की तैयारी करने वाले युवाओं को मौका देने की बात कही है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर अग्निपथ योजना(Agnipath Yojna) को लेकर जानकारी साझा की है।
उन्होंने बताया कि विश्व की बेहतरीन सेना बनाने के लिए आज सुरक्षा सम्बंधी कैबिनेट सीमित(Defence Cabinet Committee) ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है जिसे अग्निपथ योजना का नाम दिया गया है जोकि हमारी सेना में परिवर्तनकारी बदलाव उन्हें पूरी तरह आधुनिक व सुसज्जित बनाएगी। इसमें भर्ती होने वाले युवाओं को अग्निवीर(Agniveer) के नाम से जाना जाएगा जिनकी नौकरी 4 साल की होगी।
लेकिन इसके साथ ही इस योजना को लेकर सवालिया निशान भी खड़े हो गए हैं। विपक्षी पार्टियों ने कहा कि 4 साल के बाद अग्निवीरों का क्या होगा? हालांकि इसके जवाब में सरकार ने दलील दी है कि इस योजना के लाभार्थी 100 फीसदी सेना के रेगुलेटर कैडर(Regular Cadre) के पात्र होंगे। इसके साथ ही 25 फ़ीसदी सैनिकों को सेना की ज़रूरतों व मेरिट के आधार पर रेगुलर भी किया जाएगा। बाकी के सैनिक इस काबिल हो जाएंगे कि वे किसी भी सेक्टर में नौकरी पा सकते हैं। इन सभी सैनिकों को नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी।
अब अमित शाह ने किया बड़ा एलान
योजना को लेकर आलोचना के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय(Central Home Ministry) ने आज बड़ी घोषणा की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर(Official Twitter Handle) हैंडल की ओर से ट्वीट किया गया हैब कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फैसला किया है कि अग्निपथ के सभी सैनिकों को CAPF(Central Armed Police Forces) व असम राइफल्स(Assam Rifles) में भर्ती की प्रक्रिया में प्राथमिकता दी जाएगी। इस निर्णय से ‘अग्निपथ योजना’ से प्रशिक्षित युवा आगे भी देश की सेवा और सुरक्षा में अपना योगदान दे पायेंगे। अमित शाह का कहना है कि ‘अग्निपथ योजना’ युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए पीएम मोदी का एक दूरदर्शी व स्वागत योग्य निर्णय है।
क्या है अग्निपथ योजना
भारत की तीन पराक्रमी सेनाओं(थल सेना, वायुसेना और नौसेना) में अब नए तरीके से युवाओं की भर्ती की जाएगी| 'अग्निपथ योजना' के तहत अब सेना में युवाओं को भर्ती किया जाएगा| इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' के नाम से जाना जाएगा और जिनका सेवा काल 4 वर्ष का होगा।
30 हज़ार से लेकर 40 हज़ार रुपये तक मासिक वेतन
इस योजना के तहत साढ़े 17 से 21 वर्ष के ही युवा भाग ले सकते हैं। जिनका चयन तयशुदा सेना के भर्ती नियमों के तहत होगा जिसमें फिजिकल व मेडिकल टेस्ट(Physical And Medical Examination) होगा। अग्निपथ योजना के तहत नियुक्त सैनिकों को 'अग्निवीर' कहा जायेगा। जिनका सेवा काल 4 वर्ष रखा गया है। इन चार वर्षों में, उन्हें पहले साल 30 हज़ार रुपये प्रति महीना वेतन दिया जाएगा। जोकि चौथे साल 40 हज़ार रुपये प्रति महीना तक होगा।
अग्निवीर समूह फंड
वेतन के साथ अग्निवीरों को रिस्क(Risk), राशन(Ratio n), वर्दी व यात्रा भत्ता(Uniform and Travel Allowance) भी दिया जाएगा। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि सैनिक के वेतन में से 30 फ़ीसदी का योगदान अग्निवीर समूह फंड(Agniveer Group Fund) में और 30 फीसदी ही सरकार के तरफ से सेवा निधि में योगदान दिया जाएगा। जोकि 4 साल बाद 11.71 लाख रुपये एक मुश्त राशि के रूप में दिया जाएगा।
मृत्यु क्षतिपूर्ति(Death Compensation)
अग्निवीर को 48 लाख रुपये का गैर अंशदायी जीवन बीमा(Non Contributory Life Insurance)
सर्विस के दौरान मौत होने पर 44 लाख अतरिक्त अनुग्रह राशि(Ex gratia) यानी मुआवजा।
विकलांग होने पर मुआवजा
अग्निवीर अगर सर्विस के दौरान किसी हादसे में विकलांग हो जाता है तो उसे मेडिकल एग्जामिनेशन के बाद जारी किए गए सर्टिफिकेट के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।
100 फ़ीसदी विकलांग होने पर 44 लाख रुपये
75 फीसदी विकलांग होने पर 25 लाख रुपये
50 फ़ीसदी पर 15 लाख रुपये
इसके साथ ही 4 साल की सेवा के बाद अग्निवीरों को मेरिट व परफॉर्मेंस के आधार पर सेना के रिक्त पदों की भर्ती के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। बता दें कि अग्निपथ योजना में सेवा दे चुके सैनिकों को पेंशन का लाभ नही मिलेगा