साइबर अपराध पर लगेगी लगाम, एडीजीपी ने कसी कमर, हर थाने में होगा साइबर डेस्क

अंबाला : साइबर क्राइम दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। आज के तकनीकी युग में साइबर अपराधियों का जाल इस हद तक फैलता जा रहा है कि इसमें पढ़ा लिखा वर्ग भी चंगुल में फंसकर लाखों की कमाई गंवा रहा है। जितनी शिकायतें पुलिस के पास आ रही हैं, उतनी दर्ज नहीं हो रहीं। जो दर्ज भी हो रही हैं, तो उसकी रिकवरी का अनुपात बहुत ही कम है। ऐसे में अंबाला रेंज के एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर रोकथाम के लिए रणनीति बनाई।
लगातार बढ़ते साइबर क्राइम पर कैसे रोक लगाई जा सके इस बात को लेकर ये विशेष बैठक की गई। जिसमें अंबाला रेंज के कुरुक्षेत्र, यमुनानगर जिले के एसपी के अलावा डीएसपी भी मौजूद रहे। एडीजीपी ने निर्देश दिए कि हर थाने में साइबर डेस्क बनाए जाएं, जिसका इंचार्ज सब इंस्पेक्टर होगा, जिसकी अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ होगी। वही एक एएसआइ और दो हेड कांस्टेबल ओर दो सिपाही भी शामिल होंगे।
रणनीति के अनुसार तीनों जिलों के थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने थानों क्षेत्रों में बैंक और वित्तीय संस्थानों के मैनेजरों का वाट्सअप ग्रुप बनाए और जैसे ही कोई साइबर से जुड़ी शिकायत मिले तो उस पर तुरंत काम करें। इस ग्रुप के माध्यम से बैंक अधिकारी साइबर अपराधी के खाते को फ्रीज कर सकेंगे, ताकि बाद में राशि की रिकवरी हो सके। वही डीएसपी रैंक के अधिकारी साइबर डेस्क के नोडल अधिकारी होंगे, जो सप्ताह में एक बार चेक करेंगे कितनी शिकायतें मिली और कितनों का समाधान हुआ। वो इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को देंगे। एसपी रैंक के अधिकारी इस रिपोर्ट को आइजी कार्यालय के माध्यम से पुलिस मुख्यालय तक भिजवाएंगे।
इसके साथ पुलिस ने अंबाला रेंज के तीनों जिलों में साइबर संबंधित बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए लोगों को जागरूक करने की रणनीति बनाई। इसके लिए शिक्षण संस्थान, मीडिया, मार्केट एसोसिएशनों आदि के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। हर महीने के पहले बुधवार को पुलिस अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में जागरूकता कैंप लगाएंगे।