Haryana DSP Murder - अवैध खनन से जुड़े 3 लोगों को किया गिरफ्तार, अब तक कुल 9 चढ़े पुलिस के हत्थे

नूंह - हरियाणा के नूंह(Nuh) में हाल ही में अवैध खनन माफिया(Illegal Mining Mafia) द्वारा ट्रक से कुचलकर डीएसपी सुरेंद्र सिंह(DSP Murder Case) की हत्या के बाद पुलिस अपराधियों पर शिकंजा कसती जा रही है. नूंह क्राइम ब्रांच(Crime Branch Incharge) के इंचार्ज नरेश कुमार(Inspector Naresh Kumar) की अगुवाई में एसटीएफ ने सोमवार को 3 और अपराधियों को गिरफ्तार किया है. नूंह जिले के एसपी वरुण सिंगला(SP Varun Singla) ने बताया कि शहीद डीएसपी सुरेंद्र सिंह हत्या मामले में क्राइम इंवेस्टिगेशन ब्रांच नूंह पुलिस ने रविवार को साबिर उर्फ बैडा पुत्र सद्दीक निवासी पचगांव तावड़ू को गिरफ्तार कर सोमवार को कोर्ट में पेश कर 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है. वहीं सोमवार को अब्बास पुत्र मोहफता निवासी पचगांव व डंपर मालिक अरशद उर्फ लाला पुत्र ईसाक निवासी पचगांव जोकि डंपर चालक शब्बीर उर्फ मित्तर का साग भाई है, गिरफ्तार किया गया. जिसको मंगलवार 26 जुलाई को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड(Police Remand) पर लेने की तैयारी है.
नूंह जिले के एसपी ने बताया कि शहीद डीएसपी सुरेंद्र सिंह के मर्डर केस में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमों का गठन किया गया था. सबसे पहले इक्कर को एनकाउंटर(Encounter) के बाद गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद मुख्य आरोपी डंपर चालक(Dumper Driver) शब्बीर उर्फ मित्तर निवासी पचगांव को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया गया था.
उसके बाद नूंह के क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर इंचार्ज नरेश कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने जाबिद उर्फ बिल्ला पुत्र मगरु निवासी गंडवा थाना चौपानकी जिला अलवर व भुरु उर्फ तौफिक पुत्र कल्लू उर्फ फजरु निवासी पचगांव जिला नूंह को 22 जुलाई को गिरफ्तार किया था. उन्होंने बताया कि इसके बाद 23 जुलाई को लंबू उर्फ ईशुफ पुत्र बुद्दा निवासी गंडवा जिला अलवर को बाईपास तावडू से तथा असरु उर्फ असरुद्दीन पुत्र अब्दुल निवासी पचगांव जिला नूंह को डिढारा बाईपास तावडू से गिरफ्तार किया था.
बता दें कि हरियाणा के नूंह जिले में अवैध पत्थर खनन की जांच कर रहे डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने 19 जुलाई, बीते मंगलवार को एक डंपर को जांच के लिए रुकने का इशारा किया. लेकिन ड्राइवर ने तेज रफ्तार से डंपर को डीएसपी, उनके ड्राइवर व गनमैन की ओर दौड़ा दिया. ड्राइवर व गनमैन ने सड़क किनारे कूदकर अपनी जान बचाई लेकिन डीएसपी सुरेंद्र सिंह उसकी चपेट में आ गए. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. 21 जुलाई को शहीद डीएसपी सुरेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर को हिसार के आदमपुर तहसील के उनके पैतृक गांव सारंगपुर में पुलिस विभाग व परिजनों ने राजकीय सम्मान के साथ उनको बिश्नोई समाज के रीति रिवाज अनुसार मिट्टी दी.