रेलवे में बुजुर्गों के लिए छूट खत्म करने पर इनेलो ने साधा सरकार पर निशाना, कहा - बुजुर्गों का अपमान और माननीयों के सम्मान

रेल किराए में दी जाने वाली छूट हमेशा के लिए खत्म कर बीजेपी ने बुजुर्गों का अपमान किया है - अभय सिंह चौटाला
 

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ABHAY
जहां आज आम आदमी रोजी-रोटी को मोहताज है वहीं माननीय जनता द्वारा दिए जा रहे टैक्स के पैसों से फ्री की सुविधाएं लेकर ऐशो आराम की जिंदगी जी रहे हैं जो संघीय ढांचे के लिए किसी भी तरह से जायज नहीं है. देश का किसान, मजदूर और कमेरा वर्ग दिन-रात मेहनत करता है तब जाकर दो जून की रोटी नसीब होती है.

चंडीगढ़ - हाल ही में केंद्र सरकार ने संसद में बताया भारतीय रेलवे में मिलने वाली किराये में रियायत से सरकार पर भारी बोझ पड़ रहा है. इसलिए केंद्र ने रेलवे में मिलने वाली टिकट में छूट बंद करने का फैसला किया है. कांग्रेस नेता व कई विपक्षी पार्टियों ने इस फैसले पर सरकार को घेरा था. अब मामला हरियाणा में पहुंच गया है. इनेलो के प्रधान महासचिव(INLD Principal Secretary General) एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला(MLA Abhay Singh Chautala) ने कहा कि बुजुर्गों को रेल किराए में दी जाने वाली छूट हमेशा के लिए खत्म कर बीजेपी ने बुजुर्गों का अपमान किया है. 

वहीं दूसरी तरफ बिजली, पानी, आवास, ट्रेन, लाइट, स्टीमर पास, वेतन भत्ते, स्टेशनरी, लांड्री, फोन, कार्यालय भत्ता, यात्रा भत्ता, लोन, चिकित्सा भत्ता, सत्कार भत्ता, निर्वाचन क्षेत्र भत्ता, दैनिक भत्ता और पेंशन देकर माननीयों (मंत्रियों, सांसदों, विधायकों) को सम्मान दिया जा रहा है. उन्होंने प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा गठबंधन सरकार साजिश के तहत बुजुर्गों की बुढ़ापा पेंशन काट रही है. जहां आज आम आदमी रोजी-रोटी को मोहताज है वहीं माननीय जनता द्वारा दिए जा रहे टैक्स के पैसों से फ्री की सुविधाएं लेकर ऐशो आराम की जिंदगी जी रहे हैं जो संघीय ढांचे के लिए किसी भी तरह से जायज नहीं है. देश का किसान, मजदूर और कमेरा वर्ग दिन-रात मेहनत करता है तब जाकर दो जून की रोटी नसीब होती है.

उन्होंने कहा कि सरकारें आम जनता की भलाई के लिए बनाई जाती हैं न कि माननीयों(नेताओं) की भलाई के लिए.  अभय चौटाला ने कहा कि जननायक ताऊ देवी लाल(Ch. Devi Lal) और चौधरी ओम प्रकाश(OP Chautala) ने सत्ता में रहते किसान, मजदूर, कमेरा और छोटे व्यापारियों के हित में बुढापा पेंशन, हरिजन चौपालें, गर्भवती महिलाओं के लिए जच्चा-बच्चा स्कीम, अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए दुगनी छात्रवृति और मुफ्त होस्टल सुविधा, विधवा एवं विकलांग पेंशन, खानाबदोश व घुमंतु वर्ग के बच्चों के लिए स्कूल जाने पर एक रूपया देने, ‘अपनी बेटी अपना धन’ योजना के तहत माताओं को 500 रूपए सहायता देना, बेरोजगार युवकों को बेरोजगारी भत्ता, अनुसूचित जाति की लड़कियों की शादी में 5100 रूपए की शुरूआत की थी.

उन्होंने कहा कि इनेलो ने काम के बदले आनाज देने की शुरूआत, खराब फसल का मुआवजा, खेत में किसान की मृत्यु/ विकलांग होने, सांप के काटने तथा कुएं में जहरीली गैस से मौत होने पर मुआवजा, गरीब, मजदूर और किसानों का दस हजार तक का कर्जा माफ, किसान की जमीन में खड़े वृक्षों में आधा हिस्सा, मंडियों में फसलों को ले जाने के लिए सडक़ें, ट्रैक्टरों का टोकन टैक्स व साइकल टैक्स खत्म करना, रेडियो के लाइसेंस समाप्त करना, ट्रैक्टरों पर सबसिडी, नलकूपों के लिए सस्ती बिजली, बैलों और गायों के बीमे, खेलों में पदक पाने पर इनामी राशि ओर सरकारी नौकरी देने की शुरूआत, प्रदेश में मारुति और होंडा जैसे बड़े उद्योग स्थापित करने जैसे सैकड़ों लोक भलाई के कार्य किए जो आज तक किसी भी सरकार ने नहीं किए.

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