डीएसपी सुरेंद्र के सारंगपुर गांव में मातम: आठ भाइयों में से 6 सरकारी नौकरी में

खनन माफिया ने की डीएसपी की हत्या, तीन महीने बाद होने वाले थे रिटायर

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डीएसपी  सुरेंद्र के सारंगपुर गांव में मातम
नूंह  के तावडू में खनन माफिया के हाथों मारे गए डीएसपी सुरेंद्र मांझू हिसार के सारंगपुर गांव के रहने वाले थे। सुरेंद्र मांझू का परिवार काफी बड़ा है। वह अपने 8 भाइयों में से 5वें नंबर के थे। आठ भाइयों में से छह सरकारी नौकरी में हैं। मांझू परिवार का हरियाणा के पूर्व CM भजनलाल की फैमिली से करीबी नाता है।


हिसार- डीएसपी सुरेंद्र मांझू के मौत की सूचना के बाद हिसार के सांरगपुर गांव में शोक की लहर है। गांव में रहने वाले ओमप्रकाश ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए बताया कि सुरेंद्र मांझू और उनके पिता ने साथ-साथ पढ़ाई की। सुरेंद्र मांझू के बड़े भाई जगदीश वकील हैं और वह हरियाणा के पूर्व सीएम भजन लाल के पीए रह चुके हैं। भजन लाल की पत्नी जसमा देवी की भानजी जगदीश की पत्नी है।

 

सुरेंद्र मांझू की ससुराल हिसार जिले के ही मंगाली गांव में है। 31 अक्टूबर 2022 को सुरेंद्र मांझू की रिटायरमेंट थी। उनकी मौत की सूचना पहुंचते ही गांव में मातम छा गया। सुरेंद्र के भाई सुभाष मांझू सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल हैं। सुभाष मांझू ने बताया कि उन्हें मंगलवार दोपहर 2 बजे हादसे की सूचना मिली।

 

सुरेंद्र मांझू की ससुराल हिसार जिले के ही मंगाली गांव में है। 31 अक्टूबर 2022 को सुरेंद्र मांझू की रिटायरमेंट थी। उनकी मौत की सूचना पहुंचते ही गांव में मातम छा गया। सुरेंद्र के भाई सुभाष मांझू सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल हैं। सुभाष मांझू ने बताया कि उन्हें मंगलवार दोपहर 2 बजे हादसे की सूचना मिली।

नूंह  के तावडू में खनन माफिया के हाथों मारे गए डीएसपी सुरेंद्र मांझू हिसार के सारंगपुर गांव के रहने वाले थे। सुरेंद्र मांझू का परिवार काफी बड़ा है। वह अपने 8 भाइयों में से 5वें नंबर के थे। आठ भाइयों में से छह सरकारी नौकरी में हैं। मांझू परिवार का हरियाणा के पूर्व CM भजनलाल की फैमिली से करीबी नाता है।

डीएसपी सुरेंद्र सिंह  हिसार जिले के सारंगपुर गांव के रहने वाले थे। वर्तमान में सुरेंद्र सिंह अपने परिवार के साथ कुरुक्षेत्र में रह रहे थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह 1994 में हरियाणा पुलिस में एएसआई यानी सहायक उप-निरीक्षक के पद पर भर्ती हुए थे। उन्हें साल 2012 में डीएसपी के पद पर पदोन्नति मिली थी।
सुरेंद्र मांझू के 8 भाइयों में से ओमप्रकाश सारंगपुर गांव में बने पैतृक घर में रहते हैं।

नूंह  के तावडू में खनन माफिया के हाथों मारे गए डीएसपी सुरेंद्र मांझू हिसार के सारंगपुर गांव के रहने वाले थे। सुरेंद्र मांझू का परिवार काफी बड़ा है। वह अपने 8 भाइयों में से 5वें नंबर के थे। आठ भाइयों में से छह सरकारी नौकरी में हैं। मांझू परिवार का हरियाणा के पूर्व CM भजनलाल की फैमिली से करीबी नाता है।


सुभाष मांझू के अनुसार, 'मेरे पास बीईओ ऑफिस में तैनात एक रिश्तेदार का फोन आया और उसी ने तावडू में हुई घटना की जानकारी दी। मेरी दो दिन से सुरेंद्र से बात नहीं हुई। रिश्तेदार के फोन के बाद मैंने खुद सुरेंद्र के नंबर पर कॉल की मगर फोन रिसीव नहीं हुआ। उसके बाद दूसरे भाई को फोन किया तो उसने हत्या की जानकारी दी। घटना के बाद गुरुग्राम में रहने वाले मेरे भतीजे तावडू पहुंच गए हैं।

नूंह  के तावडू में खनन माफिया के हाथों मारे गए डीएसपी सुरेंद्र मांझू हिसार के सारंगपुर गांव के रहने वाले थे। सुरेंद्र मांझू का परिवार काफी बड़ा है। वह अपने 8 भाइयों में से 5वें नंबर के थे। आठ भाइयों में से छह सरकारी नौकरी में हैं। मांझू परिवार का हरियाणा के पूर्व CM भजनलाल की फैमिली से करीबी नाता है।

डीएसपी सुरेंद्र मांझू का बेटा कनाडा में रहता है जबकि बेटी पूना में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में मैनेजर है। दामाद भी बैंक मैनेजर है। सुरेंद्र मांझू का अंतिम संस्कार मंगलवार को पैतृक गांव सारंगपुर में किया जाएगा।सुरेंद्र मांझू के बेटे-बेटी को घटना की सूचना दे दी गई है। सुरेंद्र मांझू के छोटे भाई अशोक मांझू कोऑपरेटिव बैंक में मैनेजर हैं और कुरुक्षेत्र में रहते हैं। अशोक ने बताया, 'मेरी आज सुबह 8 बजे ही भाई साहब से बात हुई थी। वह काफी खुश नजर आ रहे थे। उनकी रिटायरमेंट 3 महीने बाद थी और रिटायर होने के बाद वह परिवार के साथ ही रहने का प्लान बना चुके थे। इस बातचीत के कुछ घंटे बाद ही उन्हें हादसे की सूचना मिली।


 

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