अब गांवों में भी उठाया जाएगा डोर-टू-डोर कूड़ा

गांवों को साफ-सुथरा रखने के लिए उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को योजना बनाने के दिए निर्देश
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 दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य के गांवों में लोग अपने घरों से कूड़ा-करकट  उठाकर बाहर फिरनी या पंचायती जमीन पर डाल देते हैं जिसके कारण गंदगी का आलम बन जाता है। बारिश के दिनों में तो बीमारियां फैलने की आशंका बन जाती है। लोगों को इसी गंदगी से निजात दिलाने के लिए राज्य सरकार इस योजना पर काम कर रही है।

चंडीगढ़ - हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर विकास एवं पंचायत मंत्री  देवेंद्र सिंह बबली भी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए एक विशेष योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के सभी गांव गंदगी मुक्त हों, ताकि वे चकाचक दिखाई दें। 

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य के गांवों में लोग अपने घरों से कूड़ा-करकट  उठाकर बाहर फिरनी या पंचायती जमीन पर डाल देते हैं जिसके कारण गंदगी का आलम बन जाता है। बारिश के दिनों में तो बीमारियां फैलने की आशंका बन जाती है। लोगों को इसी गंदगी से निजात दिलाने के लिए राज्य सरकार ने डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने की योजना बनाने का निर्णय लिया है और यह कार्य किसी कंपनी या एनजीओ के माध्यम से करवाया जाएगा। इस कूड़ा-करकट की सूखा-गीला के आधार पर छंटनी करके सॉलिड ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाएगा ताकि अच्छे ढंग से इसका निस्तारण किया जा सके।

डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी योजना बनाएं जिसमें डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाली कंपनी अथवा एनजीओ ही गांव के स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी, पंचायत घर आदि सार्वजनिक स्थानों पर निर्धारित कुछ चिन्हित प्वाइंटस से भी वहां का कूड़ा-करकट उठाएं ताकि गांव की गलियों या सड़कों पर पड़ा गोबर व अन्य गंदगी को साफ किया जा सके। कूड़ा उठाने वाली कंपनी की गाड़ी का गांव में आने का समय पंचायत या अन्य सामाजिक संस्थाओं से बातचीत करके तय किया जाना चाहिए ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो।

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