आख़िर क्यों हो रहा है आजकल कम उम्र में घुटनों में दर्द?

बेहद कम उम्र में ही युवाओं के घुटनों में दर्द के क्या है कारण 
 | 
Joint pen
अभी तक घुटनों व जोडों के दर्द की समस्या को बढ़ती उम्र का संकेत समझा जाता था। पर क्‍या हो अगर आपकी उम्र के 30 के दशक में ही आप घुटनों के दर्द से कराहने लगें। ये असल में कई स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याओं के खिलाफ आपके शरीर की पुकार हो सकती है। आइए हम बताते हैं आपको ऐसे कारण जो कम उम्र में भी आपको घुटनों और जोड़ों में दर्द की समस्‍या दे सकते हैं।

दिल्ली।   कई ऐसी शारीरिक दिक्कतें आज हमारे सामने है जो सिर्फ बड़े बुर्जुगों तक ही सीमित नहीं, बल्कि कम उम्र में भी पाई जाने लगी हैं। उनमें से एक है घुटनों में दर्द। हमारे शरीर के लिए घुटनों का स्वास्थ्य महत्त्वपूर्ण है। इसकी मदद से हम चलने, दौड़ने, उठने, और बैठने जैसी गतिविधियां कर पाते हैं। यहां तक कि ये हमारे शरीर के वज़न को संभालने में भी अहम भूमिका रखते हैं। याद रहे, अगर घुटनों में दर्द की समस्या उत्पन्न होती है, तो ये हमारे दिनचर्या की जिंदगी पर काफी असर डाल सकती है..

यह बात आप और हम जानते हैं कि वक्त के साथ इंसान को अपने शरीर में बदलाव महसूस होता है। लेकिन अगर आपकी आयु कम है और फिर भी जोड़ों में दर्द की समस्या से आप प्रभावित हैं, तो कृपया सतर्क हो जाएं। इंसान अपने जीवन में कई ऐसी आदतों को अपना लेता है जो उसके लिए परेशानी की वजह बन सकती हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे कारण जिनकी वजह से इंसान को घुटने में दर्द की अनुभूति हो सकती है।

क्यों होता है घुटनों में दर्द जाने कारण 

1. बैठने का गलत तरीका

आजकल यह देखने में आता है कि लोग कई ऐसे कामों में ढले रहते हैं जिसकी वजह से उनके जोड़ों में दर्द की समस्या हो जाती है। जैसे कि आॅफिस में लंबे समय तक बैठकर काम करने से निष्क्रियता हो सकती है। ऐसी हालत में मांसपेशियों और टेन्डंस में दर्द हो सकता है। याद रहे कि अगर आप लंबे समय तक बैठ कर काम करते हैं तो अपनी पाॅजिशन को सही रखें और एक नियमित अंतराल में थोड़ा उठकर बैठ जाएं। अन्यथा घुटनों की कैप पर भार आने की वजह से दर्द हो सकता है।

2. आर्थराइटिस

अगर किसी इंसान में आर्थराइटिस की समस्या पाई जाती है, तो यह बड़ी ही चिंता का विषय है। यह स्थिति जोड़ों में सूजन पैदा कर देती है। यह परेशानी वैसे तो ज्यादा उम्र वाले लोगों में दिखाई देती है। लेकिन कुछ कारणों से इसका असर बच्चों और युवा वर्ग में भी देखने को मिलता है। अगर आप भी लंबे समय से घुटनों में दर्द से परेशान हैं, तो किसी अच्छे डाॅक्टर को जरूर दिखाएं।

3. बर्साइटिस

अगर बर्सा में सूजन या जलन की अनुभूति हो, तो यह बर्साइटिस कहलाता है। बर्सा को आप तरल पदार्थ की थैली के रूप में समझ सकते हैं। यह हमारे जोड़ों में कुशन की तरह काम करते हैं। आमतौर पर यह दिक्कत खेल से जुड़े लोगों में पाई जाती है। क्योंकि यह उन जोड़ों को ज्यादा प्रभावित करता है जिनमें एक ही गतिविधि बार-बार दोहराई जाती है। इसके अलावा जिम जाने वाले और ज्यादा वजन उठाने वाले लोगों को भी यह समस्या हो सकती है।

4. मोटापा

अगर शरीर में ज्यादा वजन की उपस्थिति है, तो हमारे घुटनों पर भी ज्यादा भार पड़ जाता है। मोटापे की स्थिति में लंबे समय तक खड़े रहने पर घुटनों में प्रभाव पड़ता है। और यह परिस्थति दर्द का कारण बन सकती है। इसलिए कोशिश कीजिए अपने आप को स्वस्थ, और वजन को संतुलित मात्रा में रखने की।

5. फ्रेक्चर

किसी भिड़ंत या ज़ोर से गिरने पर घुटनों की हड्डियां, जिसमें घुटने की कैप भी शामिल हैं, टूट सकती है। और अगर ऐसा होता है, तो इंसान को दर्द की अनुभूति होती है।

6. मांसपेशियों में बदलाव

मुमकिन है कि मांसपेशियों में बदलाव की वजह से घुटनों में दर्द की समस्या उत्पन्न हो। इसलिए युवाओं को चाहिए कि वो अपनी मांसपेशियों के विकास और उनके स्वास्थ्य पर ध्यान दें।

इसके इलावा कुछ अन्य कारण भी है जैसे पानी की कमी,शराब का सेवन, फास्ट फूड का सेवन,  गलत फुटवियर पहनना, हाई हील्स, ट्रेडमील का अत्यधिक उपयोग करना, नींद की कमी आदि  हो सकते है

ज़रूरी नहीं कि प्रत्येक घुटने का दर्द गंभीर हो। लेकिन हमें सावधानी रखनी चाहिए। शरीर के अन्य अंगों के साथ हमें घुटनों की सेहत पर भी ध्यान देना चाहिए। शुरूआती वक्त में आप कुछ घरेलु नुस्खे अपना सकते हैं जैसे कि सरसों के तेल की मालिश, लोंग के तेल की मालिश या पाउडर, मेथी दाना, जीरा और काली मिर्च का सेवन आदि। अगर इन चीज़ों से भी उचित लाभ ना मिले, तो एक विशेषज्ञ डाॅक्टर से ज़रूर मिलें। 

Latest News

Featured

Around The Web