केरल में मंकीपॉक्स के तीसरे मामले की पुष्टि, स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने की पुष्टि

केरल में मंकीपॉक्स का ये तीसरा मामला है. केरल सरकार ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था.
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मंकीपॉक्स
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि यूएई से लौटे युवक को बुखार होने पर मंजेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था और जहां उसमें मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने लगे थे.

तिरुवनंतपुरम - केरल में मंकीपॉक्स का एक और मामला आ गया है. जुलाई की शुरुआत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से लौटे 35 वर्षीय युवक में मंकीपॉक्स के संक्रमण की पुष्टि हुई है. इस बात की जानकारी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने दी है. युवक को बुखार की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था. जहां उसमें मंकीपॉक्स संक्रमण के लक्षण दिखने लगे.

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि मलप्पुरम का रहने वाला युवक 16 जुलाई को अपने गृह राज्य लौटा था और उसका तिरुवनंतपुरम के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. जॉर्ज के मुताबिक, युवक की हालत स्थिर है. उन्होंने बताया कि संक्रमित के संपर्क में रहे लोगों पर करीबी नजर रखी जा रही है.

फिलहाल मरीज के परिवार और उसके संपर्क में आने वाले लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है. इस केस के साथ ही राज्य में अब तक तीसरे मामले की पुष्टि हो चुकी है. भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला 14 जुलाई को सामने आया था. संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटे एक 35 साल के शख्स में मंकीपॉक्स होने की पुष्टि हुई थी.

जिसको देखते हुए केरल सरकार ने तुरंत कदम उठाते हुए 14 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया था. इसके साथ ही राज्य के चारों हवाई अड्डों पर हेल्प डेस्क (Help Desks) बना दी गई. लेकिन 13 जुलाई को दुबई से कन्नूर पहुंचे 31 साल के एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स संक्रमण का दूसरा मामला सामने आया जिसकी पुष्टि बीते 18 जुलाई को हुई.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि मंकीपॉक्स का वायरस मरीज के शरीर के तरल पदार्थ या घाव के सीधे संपर्क में आने से फैलता है. यह एक इंसान से दूसरे इंसान में एक-दूसरे की सांस ड्रॉप्लेट्स से फैलता है. हालांकि यह तभी संभव है, जब कोई दूसरा इंसान संक्रमित मरीज के साथ बहुत लंबे वक्त तक नजदीकी संपर्क में रहा हो. मरीज के इस्तेमाल किए गए कपड़ों के जरिए भी ये फैलता है.

हालांकिमंकीपॉक्स खास तौर पर एक जूनोसिस है, मतलब ऐसी बीमारी जो संक्रमित जानवरों से इंसानों में फैलती है. अफ्रीका में इस बीमारी के फैलने की यही वजह रही.स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि जानवरों से इंसान में मंकीपॉक्स संक्रमण केवल संक्रमित जानवरों के काटने, खरोंचने या जंगली जानवरों का मांस खाने से ही फैल सकता है. इनमें चूहे, गिलहरियां,बंदर जैसे जानवर शामिल हैं.

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