अमरनाथ में गुफा के पास फिर आई बाढ़, सैकड़ों लोगों को किया रेस्क्यू

जम्मू-कश्मीर – अमरनाथ यात्रा के दौरान पवित्र बाबा बर्फानी की गुफा के पास फिर से बाढ़ आई है. मंगलवार को तेज बारिश के कारण गुफा के आसपास मौजूद जलाशयों का जलस्तर बढ़ गया. गुफा के आसपास पहाड़ों में बारिश के कारण आज दोपहर करीब 3 बजे जलाशयों और आसपास के झरनों में बाढ़ आ गई. जिसके बाद तत्काल अलर्ट जारी किया गया.
खतरे को देखते हुए सैकड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. बताया जा रहा है कि अमरनाथ यात्रा कर रहे 4000 से अधिक श्रद्धालुओं को बाढ़ और खराब मौसम के खतरे को देखते हुए सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. जानकारी दी गई है कि इलाके में रुक-रुककर तेज बारिश हो रही है.
Just Now: Heavy rains in the high mountains around holy #AmarnathCave triggered floods in water body and surrounding springs around 3 PM today. Immediate alert sounded and more than 4,000 pilgrims taken out safely till now. Situation is under control.#AmarnathYatra pic.twitter.com/uoQ08xQB78
— Neeraj Rajput (@neeraj_rajput) July 26, 2022
इस पूरी घटना पर इंडो तिब्बतन पुलिस फोर्स (आईटीबीपी) ने बयान जारी कर कहा गया है कि पवित्र अमरनाथ गुफा के पास से बाढ़ के खतरे को देखते हुए 4000 से अधिक श्रद्धालुओं को पंचतरणी में सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. आईटीबीपी के अनुसार अब मौसम साफ होने के कारण बाढ़ जैसा कोई खतरा नहीं है. इलाके में हालात अब पूरी तरह से सामान्य हैं.
इससे पहले बीती 8 जुलाई को भी अमरनाथ की गुफा के पास बादल फटा था. उस घटना में पंद्रह लोगों की मौत हो गई थी और 40 से अधिक लापता हो गए थे. 8 जुलाई को शाम करीब साढ़े पांच बजे बादल फटने की सूचना मिली थी. जिसमें गुफा के पास बने कई तंबू तबाह हो गए थे. जिसके बाद सुरक्षा बलों की आपदा प्रबंधन एजेंसियों द्वारा तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया था.
बता दें कि 43 दिन लंबी वार्षिक अमरनाथ यात्रा बीते 30 जून को दो प्रमुख मार्गों (दक्षिण कश्मीर का 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल का 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग) से शुरू हुई थी. अधिकारियों के अनुसार, इस साल अब तक 2.30 लाख से अधिक तीर्थ यात्री पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं. अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के मौके पर समाप्त होगी.