मैं नेहरू की आलोचना नहीं कर सकता... कारगिल विजय दिवस पर बोले राजनाथ

जम्मू-कश्मीर - देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) के मौके पर जम्मू (Jammu) में कारगिल युद्ध (Kargil War) में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत (India) अब एक ताकतवर देश बन गया है. सेना के जवानों की जितनी तारीफ की जाए कम है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि, कारगिल युद्ध में हमारी तीनों सेनाओं के बीच समन्वय देखने को मिला. उन्होंने याद दिलाते हुए कहा, "थल सेना के सपोर्ट में वायुसेना ने ऑपरेशन सफेद सागर चलाया तो जलसेना (Navy) ने अरब सागर में कराची तक पहुंचने वाले समुद्री रास्तों को अवरुद्ध करने में बड़ी भूमिका निभाई. पीओके हमारा है और पाकिस्तान बार-बार मार खाने के बाद बाज नहीं आ रहा है.”
राजनाथ सिंह ने आगे कहा, “साल 1965 और 1971 की जंग में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी और कारगिल युद्ध में भी भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को धूल चटा दी थी. मैं आप लोगों को आश्वस्त कर देना चाहता हूं कि अगर पाकिस्तान ये दुस्साहस फिर से करता है तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा. आशा है कि पाकिस्तान सद्बुद्धि से काम लेगा."
इस मौके पर राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर हमला करते हुए कहा कि, “1962 में चीन ने लद्दाख में हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर लिया. तब पंडित नेहरू हमारे देश के प्रधानमंत्री थे. मैं उनकी मंशा पर सवाल नहीं उठाऊंगा. इरादे अच्छे हो सकते हैं, लेकिन यह नीतियों पर लागू नहीं होता है.”
राजनाथ सिंह ने आगे कहा, “मैं भी एक विशेष राजनीतिक दल से आता हूं, लेकिन मैं भारत के किसी भी प्रधानमंत्री की आलोचना नहीं करना चाहता. किसी की नीतियों को लेकर तो हम आलोचना कर सकते हैं, लेकिन किसी की नीयत को लेकर सवाल नहीं उठा सकते. हालांकि, आज का भारत दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक है.”
कारगिल विजय दिवस के मौके पर उन्होंने कहा कि इस वार में दुनिया का समर्थन भारत को नहीं मिला था लेकिन फिर भी भारत ने पूरी दम से इस युद्ध को लड़ा और जीत हासिल की. उन्होंने ये भी कहा कि हम पड़ोसी देशों से अच्छे रिश्ते चाहते हैं लेकिन कोई आंख दिखाने की कोशिश करेगा तो उसे जवाब भी दिया जाएगा.