आखिर क्यों डॉलर (Dollar) के आगे घुटने टेक गया रुपया ?

नई दिल्ली - अमेरिकी डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपये (Rupee) के टूटने का सिलसिला बीते कई दिनों से जारी है. सोमवार को करेंसी बाजार में एक डॉलर के मुकाबले रुपया ऐतिहासिक गिरावट के साथ क्लोज हुआ है. विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपया रुपया 9 पैसे की गिरावट के साथ पहली बार 79.98 रुपये पर क्लोज हुआ है.
बता दें सोमवार को Dollar के मुकाबले रुपया 6 पैसे के सुधार के साथ 79.76 के स्तर पर खुला. लेकिन इसके बाद यह फिर से टूटने लगा और दिन के कारोबार में हालांकि रुपये पहली बार 79.995 के लेवल तक जा गिरा था. यानि रुपया 80 के फासले के बिलकुल करीब जाकर बंद हुआ है. लेकिन करेंसी बाजार के बंद होने समय 79.98 रुपये के लेवल पर बंद हुआ.
वहीं आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में माना कि एक डॉलर के मुकाबले रुपये में ऐतिहासिक गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि रुस यूक्रेन युद्ध, कच्चे तेल में तेजी, वैश्विक फाइनैंशियल हालात में सख्ती के चलते डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आई है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन को बताया कि ब्रिटिश पाउंड, जापान के येन और यूरो में डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपये से भी ज्यादा गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि इन करेंसी के मुकाबले रुपया मजबूत हुआ है.
रुपये में गिरावट के साथ ही संसद के मानसून सत्र में क्रिप्टो करेंसी को लेकर भी चर्चा हुई. वित्त मंत्री ने संसदीय कार्यवाही के दौरान क्रिप्टोकरेंसी पर आरबीआई के रुख पर प्रकाश डाला. सीतारमण ने बताया, आरबीआई का मानना है कि क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.