2024 तक भारत का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर होगा, नितिन गडकरी का दावा
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नितिन गडकरी ने कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में कहा, ‘ सरकार 26 ग्रीन एक्सप्रेस-वे का निर्माण कर रही है, 2024 तक भारत में सड़कों का इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका जैसा होगा। धन की कोई कमी नहीं है, हम देश में सड़क के बुनियादी ढांचे का चेहरा बदलने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।’ फंड को लेकर उठाए गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि NHAI हर साल 5 लाख करोड़ रुपए की सड़कों का निर्माण कर सकता है।
नितिन गडकरी ने मोटर वाहन अधिनियम को लेकर कहा कि गुजरात, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश की ओर से कहा गया है कि वे अधिक जोखिम और अधिक घनत्व वाले गलियारों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर उपयुक्त इलेक्ट्रॉनिक परिवर्तन उपकरण सुनिश्चित करने के लिए मोटर वाहन अधिनियम और उसके तहत जारी अधिसूचना के प्रावधानों का पालन कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि शेष राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।
केंद्रीय परिवहन और सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में कहा कि अमेरिकी की सड़कें इसलिए अच्छी नहीं हैं, क्योंकि अमेरिका अमीर है. अमेरिका अमीर है, क्योंकि अमेरिकी सड़कें अच्छी हैं. भारत को समृद्ध बनाने के लिए, मैं सुनिश्चित करता हूं कि दिसंबर 2024 से पहले भारत का सड़क ढांचा अमेरिका जैसा होगा. सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने और सड़क आधारभूत ढांचे के निर्माण के लिये 62 हजार करोड़ रूपये की परियोजना पर काम चल रहा है।
#WATCH | ...American roads are not good because America is rich but America is rich because American roads are good. To make India prosperous, I ensure that before Dec'24 India's road infrastructure will be like America: Union Transport & Road Minister Nitin Gadkari, in Lok Sabha pic.twitter.com/6YyHZZza9p
— ANI (@ANI) March 22, 2022
उन्होंने कहा कि हम प्रदूषण को कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं और विभाग दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिये 62 हजार करोड़ रूपये खर्च कर रहा है, जिसमें शहर के बाहर रिंग रोड एवं अन्य सड़कों का निर्माण किया जा रहा है. सड़क सम्पर्क में बेहतरी को रेखांकित करते हुए गडकरी ने कहा कि अब दिल्ली से मेरठ जाने में सिर्फ 40 मिनट लगते हैं जबकि पहले चार घंटे लगते थे।
गडकरी ने कहा कि आज देश की सबसे बड़ी समस्या लॉजिस्टिक लागत है, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल के दाम फिर बढ़ गये हैं और इसके कारण चीजों की कीमत भी बढ़ रही हैं. मंत्री ने कहा कि लॉजिस्टिक की लागत चीन में 8 से 10 प्रतिशत है, जबकि अमेरिका एवं यूरोपीय देशों में यह 12 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि कम दूरी के मार्ग बनने से कोई ट्रक अगर दिल्ली से मुंबई 50 घंटे की जगह 22 घंटे में पहुंचेगा, तो इससे समय बचेगा और डीजल बचेगा।
गडकरी ने कहा कि यात्रा में कम समय लगने से पेट्रोल बचता है और प्रदूषण भी कम होता है. गडकरी ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए निर्यात बढ़ाना होगा और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बनना होगा और लॉजिस्टिक लागत कम करनी होगी.’’ उन्होंने कहा कि इस दिशा में ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे से जाम कम होगा, लॉजिस्टिक लागत कम होगी और ईंधन बचेगा. उन्होंने कहा कि ऐसे 22 ग्रीन एक्सप्रेस हाइवे बन रहे हैं।