Jalore - 9 साल के दलित छात्र की मौत पर सरकार की बढ़ी मुसीबतें, 20 लाख रुपये देगी प्रदेश कांग्रेस कमेटी

मृतक बच्चे के परिजन व सामाजिक संगठन 50 लाख रुपये मुआवजा व 2 सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं
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मंगलवार को ही जयपुर में विधानसभा के पास भीम सेना से जुड़े 4 युवा पानी की टंकी पर चढ़ गए. बता दें कि विरोध में बारां जिले के अटरू विधानसभा सीट से कांग्रेस के दलित विधायक पानाचंद मेघवाल अपना इस्तीफा दे चुके हैं. इसके अलावा करीब 10 पार्षद व पंचायत सीमित के पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया है.

जालोर - राजस्थान के जालोर जिले(Jalore District) में बीती 13 अगस्त को 9 साल के दलित छात्र की मौत के बाद राजस्थान सरकार की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही हैं. एक तरफ दलित संगठन और विपक्षी पार्टी बीजेपी गहलोत सरकार पर हमलावर है तो दूसरी तरफ सरकार में भी तालमेल की कमी दिख रही है. 

मंगलवार को राजस्थान के कई नेताओं ने मृतक छात्र के घर का दौरा किया. जिसके बाद परिवार को राजस्थान कांग्रेस कमेटी की तरफ से 20 लाख रुपये मुआवजा देने की बात सामने आई है. इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 5 लाख रुपये परिवार को देने की घोषणा की थी.


PCC(Pradesh Congress Committee) अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत सरकार के कई मंत्रियों व नेताओं ने मंगलवार को जालोर जिले के सुराणा गांव में पीड़ित परिवार से मुलाकात की.

PCC प्रवक्ता आरती चौधरी ने मीडिया को बताया," PCC की तरफ से परिवार को 20 लाख रुपये देने की धोषणा की गई है.. परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी की बात सरकार के सामने रखेंगे, नियमों की जांच करवाएंगे और नियमों के अनुसार यदि दे सकते हैं तो नौकरी देंगे."


मृतक बच्चे के परिजन व सामाजिक संगठन  50 लाख रुपये मुआवजा व 2 सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं. वहीं दलित बच्चे की मौत के बाद राजस्थान व देश के कई इलाकों में कैंडल मार्च व सरकार को ज्ञापन सौंपे गए हैं. मंगलवार को ही जयपुर में विधानसभा के पास भीम सेना से जुड़े 4 युवा पानी की टंकी पर चढ़ गए. बता दें कि विरोध में बारां जिले के अटरू विधानसभा सीट से कांग्रेस के दलित विधायक पानाचंद मेघवाल(Panachand Meghwal) अपना इस्तीफा दे चुके हैं. इसके अलावा करीब 10 पार्षद व पंचायत सीमित के पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया है.

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मामला जालोर जिले(Jalore District) के सायला पुलिस स्टेशन एरिया के सुराणा गांव का है. जहां बीती 20 जुलाई को एक प्राइवेट स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी क्लास के दलित छात्र इंद्र मेघवाल(Inder Meghwal death Case) ने उस मटके से पानी पी लिया था जिससे राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखने वाले टीचर पानी पीते थे. इससे क्रोधित होकर एक टीचर छैल सिंह ने उसे इतनी बुरी तरह से पीट दिया. जिससे बच्चे की आंख और कान की नस फट गई.

जानकारी के मुताबिक बच्चे की हालत को देखते हुए जालोर जिला अस्पताल से उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया लेकिन हालत में सुधार न होने के चलते उसे इलाज के लिए अहमदाबाद(Ahmedabad) ले जाया गया था जहां कई दिनों के लंबे इलाज के बाद बच्चे ने शनिवार,13 अगस्त को दम तोड़ दिया. आरोपी टीचर को हिरासत में ले लिया गया है और उसपर SC/ST एक्ट व हत्या के प्रयास समेत IPC (Indian Penel Code) की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है.

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