कम बनाओ, कम खाओ और जुमलों के तड़के से भूख मिटाओ, राहुल गांधी का तंज

राहुल गांधी ने महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘मित्रों’ की अनकही बातें तक सुनने वाले प्रधानमंत्री को अब जनता की बात सुननी भी होगी
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राहुल गांधी
ट्वीट करते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला है। अपने ट्वीट में उन्होंने महंगाई से जूझ रही जनता को सलाह दी है कि कम बनाओ कम खाओ और जुमलों का उपयोग कर अपनी भूख मिटा लो। राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, “महंगाई से जूझती जनता के लिए ‘गब्बर’ की रेसिपी: कम बनाओ, कम खाओ, जुमलों के तड़के से भूख मिटाओ। ‘मित्रों’ की अनकही बातें तक सुनने वाले प्रधानमंत्री को अब जनता की बात सुननी भी होगी और ये GST वापस लेना भी होगा।” उन्होंने अपने ट्वीट में एक फोटो भी पोस्ट की है और जीएसटी को गृहस्थी सर्वनाश टैक्स बताया है।

दिल्ली - ब्रांडेड आटे और दालों समेत अन्य खाद्य पदार्थों पर जीएसटी के ऐलान के बाद से केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। महंगाई के मुद्दे पर बार-बार विपक्षी दल केंद्र को घेरने में लगे हैं। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर तंज कसा है और लोगों को महंगाई से बचाने के लिए गब्बर की रेसिपी बताई है।

उन्होंने एक ट्वीट करते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला है। अपने ट्वीट में उन्होंने महंगाई से जूझ रही जनता को सलाह दी है कि कम बनाओ कम खाओ और जुमलों का उपयोग कर अपनी भूख मिटा लो। राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, “महंगाई से जूझती जनता के लिए ‘गब्बर’ की रेसिपी: कम बनाओ, कम खाओ, जुमलों के तड़के से भूख मिटाओ। ‘मित्रों’ की अनकही बातें तक सुनने वाले प्रधानमंत्री को अब जनता की बात सुननी भी होगी और ये GST वापस लेना भी होगा।”उन्होंने अपने ट्वीट में एक फोटो भी पोस्ट की है और जीएसटी को गृहस्थी सर्वनाश टैक्स बताया है।

राहुल गांधी के इस ट्वीट पर भूषण लाल नाम के एक ट्वीटर यूजर ने कहा, “लगता है कांग्रेस को भ्रष्टाचार की बहुत याद सता रही। कहते हैं न जब कभी शेर के मुंह को इंसान का खून लगता है फिर वोह अदमखोर बन जाता,फिर इंसानों के पीछे पड़ जाता इसी तरह कांग्रेस को भ्रष्टाचार की इतनी लत लगी है कि वोह इस के बिना जिन्दा नहीं। भ्रष्टाचार के लिए कुछ भी कर सकते।”

इससे एक दिन पहले राहुल गांधी ने डॉलर के मुकाबले रुपया गिरने पर ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने लिखा, “रुपया पहुंचा 80 पार गैस वाला मांगे हजार, जून में 1.3 करोड़ बेरोजगार, अनाज पर भी GST का भार। जनता के मुद्दे उठाने से हमें कोई रोक नहीं सकता, सरकार को जवाब देना ही पड़ेगा। संसद में चर्चा और सवालों से भागना सबसे ‘असंसदीय’ है, प्रधानमंत्री जी।”

बता दें कि संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो चुका है और विपक्षी दल लगातार महंगाई को लेकर संसद में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वजह से संसद की कार्यवाही भी प्रभावित हो रही है। विपक्ष आटे, दाल और अन्य खाद्य पदार्थों पर लगी जीएसटी को वापस लेने की मांग कर रहा है। इसके साथ ही सेना में भर्ती होने के लिए लाई गई अग्निपथ स्कीम को लेकर भी विपक्ष बवाल मचा रहा है और इस स्कीम को वापस लेने की भी मांग कर रहा है। 

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