Bharat jodo - राहुल गांधी ने कहा, बेरोजगारी, महंगाई और बढ़ती नफरत हैं जो देश की सबसे बड़ी समस्याएं

सच बोलने के लिए मुझ पर जितने आक्रमण करने हैं, कर लें, मैं पीछे नहीं हटूंगा
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डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की कमजोर होने का मतलब ये होता है कि हमें एक डॉलर की कोई भी चीज लेने के लिए अब ज्यादा रुपये खर्च करने पड़ेंगे. डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत कम होने से हमारी रोज मर्रा की चीजें इफेक्ट होती हैं. जिसे कि क्रूड ऑयल की कीमत यानी पेट्रोल-डीजल, खरीदने के लिए भारतीय पेट्रोलियम कम्पनियों को ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं. जिसकी वसूली हमारी जेब से पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ाकर की जाती है

नई दिल्ली - देश में बढ़ती महंगाई और साम्प्रदायिक तनाव पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को फिर से घेरा है. राहुल गांधी ने कहा कि आज देश में महंगाई, बेरोजगारी व बढ़ती नफरत तीन बड़ी समस्याएं हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने GST के बढ़ती दरों व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2 करोड़ रोजगार देने के वादे पर सरकार पर निशाना साधा है. 

राहुल गांधी ने अपने फेसबुक अकाउंट से कहा, "महंगाई का जाल तोड़ो, भारत जोड़ो!..आज देश में सबसे बड़ी समस्याएं हैं - बेरोज़गारी, महंगाई और बढ़ती नफ़रत. 'बहुत हुई महंगाई की मार' वाला जुमला आप सबको याद ही होगा, लेकिन आज खाद्य पदार्थों पर GST(Goods & Services Tax) लगाकर जनता से वसूली की जा रही है. हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोज़गार देने का वादा किया गया था, लेकिन आज देश में 45 सालों में सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी है. कहा था ‘हम 2022 तक विश्वगुरु बनेंगे’, लेकिन आज देश को नफरत की आग में झोंक दिया गया है.

मुद्दे कई हैं जिन पर बात होनी चाहिए, सवाल उठने चाहिए, जवाब मिलने चाहिए. अगर सरकार द्वारा जनता के मुद्दे उठाने के लिए द्वेष, भय और प्रतिशोध की राजनीति की जाएगी, तो हम सब कुछ झेलने के लिए तैयार हैं. सच बोलने के लिए मुझ पर जितने आक्रमण करने हैं, कर लें, मैं पीछे नहीं हटूंगा. बेरोज़गारी, महंगाई और टैक्स के बोझ के तले जनता दबी जा रही है, जिसके ख़िलाफ़ हम भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने जा रहे है. इस लड़ाई में मैं अकेला नहीं हूं, मेरे साथ देश का एक-एक नागरिक है और हम सब मिलकर भारत जोड़ेंगे.

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दरअसल देश मे महंगाई बढ़ती जा रही है. आज, 29 अगस्त को डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई. आज भारतीय रुपया 31 पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 80 रुपये 11 पैसे पहुंच गया. वहीं BSE सेंसेक्स(Bombay Stock Exchange) में भी गिरावट दर्ज की गई. 29 अगस्त को कारोबार खत्म होते-होते सेंसेक्स 861 पॉइंट्स गिरकर 59 हजार 972 पर रुका. वहीं NSE(National Stock Exchange) Nifty में भी 246 पॉइंट्स की गिरावट देखी गई. आज निफ्टी 17 हजार 312 पर बन्द हुई.

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी फेडरल रिजर्व(US Federal Reserve) यानी अमेरिकी केंद्रीय बैंक, की बढ़ती ब्याज दरों के चलते भारतीय रुपये में लगातार गिरावट देखी जा रही है. पिछले सेशन में भारतीय रुपया एक डॉलर के मुकाबले 79.87 पर बंद हुआ था. बता दें कि डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की कमजोर होने का मतलब ये होता है कि हमें एक डॉलर की कोई भी चीज लेने के लिए अब ज्यादा रुपये खर्च करने पड़ेंगे.

डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत कम होने से हमारी रोज मर्रा की चीजें इफेक्ट होती हैं. जिसे कि क्रूड ऑयल(Crude Oil) की कीमत यानी पेट्रोल-डीजल, खरीदने के लिए भारतीय पेट्रोलियम कम्पनियों को ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं. जिसकी वसूली हमारी जेब से पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ाकर की जाती है.

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