श्रीकांत त्यागी के पास सभी गाड़ी 0001 नंबर वाली हैं, विधानसभा सचिवालय का स्टीकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया

एसएसपी मणिराज ने बताया कि त्यागी को डेढ़ साल तक सिक्योरिटी मिली हुई थी
 | 
SS
त्यागी मोदीनगर से विधानसभा का टिकट मांग रहा था लेकिन इस पर विचार नहीं किया गया. इतना ही नहीं श्रीकांत त्यागी को पुलिस सिक्योरिटी दी गई थी. गाजियाबाद के एसएसपी मणिराज ने बताया कि त्यागी को डेढ़ साल तक सिक्योरिटी मिली हुई थी

लखनऊ - नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी(Grand Omaxe Society) में महिला से गाली गलौज व बदसलूकी करने वाले श्रीकांत त्यागी(Srikant Tyagi) ने पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. एक खबर से पता चला है कि गिरफ्तार होने के बाद पूछताछ में बताया कि उसकी गाड़ी में जो विधानसभा सचिवालय(Assembly Secretariat) का स्टीकर लगा था वो उसे स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था. 

SSS

श्रीकांत की गिरफ्तारी के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया," इसके पास जितने भी वाहन मिले हैं वह सभी 0001 नंबर के हैं जिनके लिए सइसने 1 लाख रुपये कीमत दी है जो विधायक का स्टीकर इसकी गाड़ी पर था वह इसके पुरानी सहयोगी स्वामी प्रसाद मौर्य ने इसको मुहैया कराया था. जो राजकीय चिन्ह था, वह उसने लोगों के बीच रसूख बनाने व भय का वातावरण कायम रखने के लिए खुद बनवाया था."

नोएडा के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि श्रीकांत त्यागी ने खुद स्वीकार किया है की उसने आक्रोश में आकर ऐसा किया महिला के प्रति उसका व्यवहार ठीक नहीं था. पुलिस कमिश्नर ने बताया - मामला सामने सामने आने के बाद पुलिस ने खुद पीड़िता से संपर्क कर. उनकी शिकायत पर कार्रवाई की वायरल वीडियो में दिख रहे व्यक्ति की तलाश शुरू की गई. पुलिस ने बताया कि श्रीकांत पुलिस लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था. उसी गिरफ्तारी के लिए पहले 8 टीमें बनाई गई. मैनहंट लांच(Manhunt Launch) किया गया. फिर 12 टीमें बनाई गई.

SS

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस टेक्निकल, ह्यूमन इंटेलिजेंस(Human Intelligence) और सीसीटीवी फुटेज(CCTV Footage) की मदद से आरोपी का पीछा करते रही. नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने  कहा, "उस को शरण देने वालों को ट्रैक किया गया. नकुल त्यागी और संजय उसके साथ ही हैं. ड्राइवर राहुल मुख्य मददगार था. आज मेरठ से इसको इसके साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया जोकि बड़ी चुनौती थी."

उन्होंने बताया," त्यागी यहां वहां भागता रहा. पहले दिल्ली के एयरपोर्ट जा रहा था वीडियो वायरल होने के कारण पकड़े जाने के डर से वहां नहीं गया. फिर मेरठ पहुंचा कुछ वक्त वहां रुका. सारे डिवाइस बदले फिर शनिवार को हरिद्वार से ऋषिकेश भाग गया. रविवार को वापस आया. शाम के बाद फिर सारे डिवाइस बदले. जिदके बाद मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत में रहा."

SS

पुलिस ने बताया कि श्रीकांत त्यागी का बीजेपी से संबंध होने का पता चला था. साल 2018 के एक लेटर से पता चलता है कि त्यागी के बीजेपी से संबंध थे. 27 अगस्त 2018 के एक अप्पोइटमेंट लेटर में साफ कहा गया है कि श्रीकांत त्यागी बीजेपी किसान मोर्चा की युवा किसान समिति का राष्ट्रीय सह संयोजक हैं. वहीं बीजेपी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ये लेटर असली है.

उन्होंने बताया - त्यागी अगस्त 2018 से अप्रैल 2021 तक किसान कमेटी का हिस्सा रहा. किसान मोर्चा में ज्यादा से ज्यादा युवकों की भागीदारी की जरूरत थी. जिसके चलते उसे विंग का मेंबर बनाया गया था. उस समय कई लोगों को अप्पोइन्ट किया गया था. जिसमें डिस्ट्रिक्ट सोशल मीडिया सलाहकार और सेक्रेटरी जैसे 20 पदों पर अप्पोइटमेंट की गई थी.

KK


रिपोर्ट के मुताबिक यूपी बीजेपी के एक अन्य सूत्र ने कहा कि त्यागी मोदीनगर से विधानसभा का टिकट मांग रहा था लेकिन इस पर विचार नहीं किया गया. इतना ही नहीं श्रीकांत त्यागी को पुलिस सिक्योरिटी दी गई थी. गाजियाबाद के एसएसपी मणिराज ने बताया कि त्यागी को डेढ़ साल तक सिक्योरिटी मिली हुई थी.

उनका बताया कि कि डेढ़ साल तक जिला कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर खतरे की आशंका के चलते उसे अक्टूबर 2018 से फरवरी 2020 तक सिक्योरिटी दी गई थी. उसके बाद उसकी सिक्योरिटी को हटा दिया गया.

Latest News

Featured

Around The Web