महज 9 सेकेंड में ढहाया जाएगा 40 मंजिला सुपरटेक ट्विन टावर्स, ये आदमी दबाएगा फाइनल बटन

ब्लास्टिंग वाला एरिया लोहे की जाली की 4 लेयर और कंबल की 2 लेयर्स से ढका हुआ होगा
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सुपरटेक ट्विन टावर्स के गिरने पर बगल वाले एमराल्ड कोर्ट व एटीएस विलेज सोसायटी(ATS Village Society) के लगभग 5 हजार लोग प्रभावित होंगे. 28 अगस्त की सुबह सभी को जल्दी अपना घर खाली करना होगा और अधिकारियों की मंजूरी के बाद ही शाम को वापस लौटने की अनुमति होगी.

लखनऊ - नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावर्स को शनिवार, 28 अगस्त को गिराया जाएगा. नोएडा सेक्टर 93A में इस बिल्डिंग को अवैध तरीके से बनाया गया था. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसे गिराने का आदेश दिया है. पहले ये टावर्स 21 अगस्त को गिराए जाने थे. लेकिन कोर्ट ने नोएडा ऑथोरिटी के अनुरोध को स्वीकार कर तारीख बढ़ाकर 28 अगस्त कर दी थी. 

बता दें कि नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावर्स(Supertech Twin Towers) को गिराने के लिए इसमें विस्फोटक लगाए गए हैं. 28 अगस्त को ब्लास्ट करके टावर्स को जमींदोज किया जाएगा. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय ब्लास्टर चेतन दत्ता(Indian Blaster Chetan Datta) एक बटन दबाएंगे जिसके बाद महज 9 सेकेंड में 40 मंजिला ट्विन टावर्स गिर जाएंगे.

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बिल्डिंग को गिराने की प्रोसेस के बारे में बात करते हुए चेतन दत्ता ने बताया, "यह एक सिंपल प्रोसेस होगी. हम डायनमो से करंट पैदा करते हैं और फिर बटन दबाते हैं. जो सभी शॉक ट्यूब्स(shock tubes) में डेनोनेटर को एक्टिवेट करेगा. महज 9 सेकेंड में सभी डेनोनेटर एक्टिवेट हो जाएंगे और पूरी बिल्डिंग एक साथ गिर जाएगी."

उन्होंने आगे बताया, "हम बिल्डिंग से लगभग 50-70 मीटर दूर रहेंगे. इसमें कोई खतरा नहीं होगा और हमें पूरा यकीन है कि बिल्डिंग सही तरीके से ढह जाएगी. ब्लास्टिंग वाला एरिया लोहे की जाली की 4 लेयर और कंबल की 2 लेयर्स से ढका हुआ होगा. बिल्डिंग का मलबा तो नहीं उड़ेगा लेकिन धूल उड़ सकती है."

जानकारी के मुताबिक विस्फोट के समय वाइब्रेशन को कम करने के लिए एक इम्पैक्ट कुशन डिज़ाइन(Impact Cushion Design) किये गए हैं. डिमोलिशन के बाद लगभग 35 हजार क्यूबिक मलबा निकलेगा. इतना मलबा साफ होने में कम से कम 3 महीने लगेंगे.

सुपरटेक ट्विन टावर्स के गिरने पर बगल वाले एमराल्ड कोर्ट(Emerald Court) व एटीएस विलेज सोसायटी(ATS Village Society) के लगभग 5 हजार लोग प्रभावित होंगे. 28 अगस्त की सुबह सभी को जल्दी अपना घर खाली करना होगा और अधिकारियों की मंजूरी के बाद ही शाम को वापस लौटने की अनुमति होगी.

इसके अलावा आसपास की अन्य सोसायटी के सभी लोगों को मास्क, चश्मा पहनने व डिमोलिशन के दौरान बाहर जाने से बचने के लिए कहा गया है. सख्त निर्देश हैं कि इन सोसायटी से कोई भी बाहर निकलकर फोटो व वीडियोग्राफी नहीं करेगा. आपात स्थिति में पड़ोस के फेलिक्स अस्पताल में करीब 50 बेड रिजर्व किए गए हैं.

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