1 जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर लगेगा Ban !

 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी वस्तुओं के प्रयोग पर लगेगा प्रतिबंध
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SINGLE USE PLASTIC
 प्रदूषण को बढ़ाने में सिंगल यूज प्लास्टिक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए भारत सरकार ने 1 जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने फैसला लिया है। 1 जुलाई से किसी भी ऐसी चीज का इस्तेमाल नहीं होगा, जो कि सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी होगी।
दिल्ली -  पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले सिंगल यूज प्लास्टिक पर 1 जुलाई से पूरे देश में प्रतिबंध लग जाएगा। एक जुलाई से आप सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी किसी भी चीज का इस्तेमाल नहीं कर पाओगे। जिसने पानी की बोतलें, प्लास्टिक से बने बैनर, पोस्टर, खाने में इस्तेमाल होने वाली कटलरी आदि चीजें शामिल है।

पर्यावरण प्रदूषण को बढ़ाने में सिंगल यूज प्लास्टिक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिसमें प्लास्टिक के स्ट्रॉ, पॉलीथिन, प्लास्टिक के ग्लास इत्यादि जो एक बार इस्तेमाल हो जाने के बाद फेंक दिए जाते हैं, ऐसे में कई बार लोग इन्हें खत्म करने के लिए जमीन में दबा देते हैं या फिर जलाकर पानी में फेंक देते हैं। इससे पर्यावरण प्रदूषण में बढ़ोतरी होती है। इसी को देखते हुए अब सरकार ने फैसला लिया है कि 1 जुलाई से देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाया जाएगा।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने प्लास्टिक के उत्पादन, भंडारण, वितरण और इस्तेमाल से जुड़े सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है। इसमें 30 जून से पहले इन पर पाबंदी की तैयारी पूरी करने को कहा गया है। इसका उल्लंघन करने वालों को कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। इसमें उत्पादों को सीज करना, पर्यावरण क्षति को लेकर जुर्माना लगाना, इनके उत्पादन से जड़े उद्यमों को बंद करना जैसी कार्रवाई शामिल है।

सीपीसीबी ने सभी उत्पादकों, स्टॉकिस्ट, दुकानदारों, ई-कॉमर्स कंपनियों, स्ट्रीट वेंडर, मॉल, मार्केट, शॉपिंग सेंटर, सिनेमा हॉल, टूरिस्ट लोकेशन, स्कूल, कॉलेज, ऑफिस कॉम्प्लेक्स, अस्पताल व अन्य संस्थानों व आम लोगों को प्लास्टिक के इन आइटमों के उत्पादन, वितरण, बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगाने की बात कही है। सीपीसीबी ने कहा  है कि वे 30 जून तक अपना स्टॉक खत्म कर दें, ताकि एक जुलाई से इस पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई जा सके।

लोग सिंगल यूज प्लास्टिक का यूज करने के बाद फेंक देते हैं। इससे वायु प्रदूषण के साथ-साथ जल और मृदा प्रदूषण भी बड़े स्तर पर होता है। प्लास्टिक के कारण भूजल रिचार्ज नहीं हो पाता है। प्लास्टिक कई सालों तक नष्ट नहीं होती है। प्लास्टिक न केवल वातावरण के लिए बल्कि मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए भी घातक है। सिंगल यूज प्लास्टिक न आसानी से नष्ट होता है, न रिसाइकिल होता है। इस प्लास्टिक के नैनो कण घुलकर पानी और भूमि को प्रदूषित करते हैं। प्लास्टिक जलीय जीवों को तो नुकसान पहुंचाते ही हैं साथ ही इससे नाले भी चोक हो जाते हैं। इन्हीं कारण से एक जुलाई से प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लग जाएगा।

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