पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा - 100 साल पहले मेरे पिता को भी स्कूल में पानी पीने से रोका गया था

नई दिल्ली - हाल ही में राजस्थान के जालौर जिले में एक 9 साल के दलित बच्चे की मौत के बाद जातिवाद और छुआछूत का मुद्दा फिर से देश की केंद्रीय राजनीति में आ गया है. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार(Former Loksabha Speaker Meera Kumar) ने अपने पिता बाबू जगजीवन राम से जुड़ा एक किस्सा ट्विटर पर साझा किया है.
उन्होंने कहा," 100 साल पहले मेरे पिता बाबू जगजीवन राम को स्कूल में स्वर्ण हिंदुओं के लिए रखे मटके से पानी पीने से रोक दिया था. उनका जीवन बचना एक चमत्कार था."
100 वर्ष पहले मेरे पिताजी बाबू जगजीवन राम को स्कूल में सवर्णो के घड़े से पानी पीने से रोका गया था। किसी तरह उनकी जान बच गई।
— Meira Kumar (@meira_kumar) August 15, 2022
आज, इसी वजह से एक 9 वर्ष के #दलित बच्चे को मार दिया गया।
आज़ादी के 75 वर्षों के बाद भी #जातिवाद हमारा सबसे बड़ा शत्रु है। कलंक है।
मीरा कुमार ने लिखा, "आज एक 9 साल के एक बच्चे को इसी कारण से मार दिया गया. आजादी के बाद क्षेत्र से गुजरने के बाद भी जाति व्यवस्था हमारे हमारी सबसे बड़ी दुश्मन है."
Today, a nine year old #Dalit boy has been killed for the same reason.
— Meira Kumar (@meira_kumar) August 15, 2022
75 long years after Independence, caste system remains our greatest enemy. 2/2
दरअसल राजस्थान के जालोर जिले के सायला पुलिस स्टेशन एरिया के सुराणा गांव में बीती 20 जुलाई को एक प्राइवेट स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी क्लास के दलित छात्र इंद्र मेघवाल ने उस मटके से पानी पी लिया था जिससे सभी टीचर पानी पीते थे. जिससे क्रोधित होकर एक टीचर छैल सिंह ने उसे इतनी बुरी तरह से पीट दिया. जिससे बच्चे की आंख और कान की नस फट गई.
जानकारी के मुताबिक बच्चे की हालत को देखते हुए जालोर जिला अस्पताल से उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया लेकिन हालत में सुधार न होने के चलते उसे इलाज के लिए अहमदाबाद ले जाया गया था जहां कई दिनों के लंबे इलाज के बाद बच्चे ने शनिवार,13 अगस्त को दम तोड़ दिया.
2. राजस्थान में आएदिन ऐसी जातिवादी दर्दनाक घटनाएं होती रहती हैं। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस की सरकार वहाँ खासकर दलितों, आदिवासियों व उपेक्षितों आदि के जान व इज्जत-आबरू की सुरक्षा करने में नाकाम है। अतः इस सरकार को बर्खास्त कर वहाँ राष्ट्रपति शासन लगाया जाये तो बेहतर।
— Mayawati (@Mayawati) August 14, 2022
आरोपी टीचर छैल सिंह को हिरासत में ले लिया गया है और उसपर SC/ST एक्ट व हत्या के प्रयास समेत IPC (Indian Penel Code) की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है. हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है. लेकिन परिवार 50 लाख रुपये और एक.सरकारी नौकरी की मांग कर रहा है. वहीं बीजेपी व दलित संगठनों ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा है. सोमवार को कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने सरकार से रवैये से नाखुश होकर इस्तीफा दे दिया. भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद व बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी कांग्रेस को इसका जिम्मेदार बताया है.
बता दें कि बाबू जगजीवन राम डॉ आंबेडकर के समांतर कांग्रेस पार्टी में रहे. उन्हें डॉ आंबेडकर के साथ ही सामाजिक न्याय और समाज के हाशिये पर पड़े लोगों के सबसे बड़े मसीहा के तौर पर देखा जाता है. बाबु जगजीवन राम देश के पहले दलित उपप्रधानमंत्री बने थे.