BJP नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा - जैसे लड़की अपने बॉयफ्रेंड बदलती है वैसे ही हैं नीतीश कुमार

महिलाओं का अपमान बीजेपी के DNA में शामिल है - कांग्रेस
 | 
ss
मुख्यमंत्री ने उन्हें बोलने लायक बनाया. लेकिन उन्हीं आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री की पीठ में छुरा घोंपा. आरसीपी जेडीयू का A से Z तक कुछ नहीं जानते. 2020 के चुनाव में जेडीयू को नुकसान पहुंचाने का उन्होंने षड्यंत्र किया था. यही कारण था कि जेडीओ को 43 सीटें ही मिली.

इंदौर - हाल ही में बीजेपी से अलग होकर लालू प्रसाद यादव के महागठबंधन(Mahagathbandhan) की सरकार बनाने के बाद बीजेपी लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(CM Nitish Kumar) व आरजेडी(RJD) पर हमलावर है. सुशील कुमार मोदी पहले से ही नीतीश कुमार को धोखेबाज कह रहे थे. अब मध्यप्रदेश के बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय(Kailash Vijayvargiya) ने भी नीतीश कुमार की तुलना एक महिला से कर दी है. जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है. 

उन्होंने मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, "मैं विदेश में था जिस दिन बिहार की सरकार बदली तो एक ने बोला कि ये तो हमारे यहां होता है लड़कियां बॉयफ्रेंड कभी भी बदल लेती हैं. बिहार के मुख्यमंत्री की भी ये ही स्थिति है कब किससे हाथ मिला लें कब किसका हाथ छोड़ दें."

जिसके बाद कैलाश विजयवर्गीय को कांग्रेस(Congress) ने घेरा है. कांग्रेस के ट्वीटर हैंडल से कहा गया कि महिलाओं का अपमान बीजेपी के DNA में शामिल है तरीका है अभद्र टिप्पणियां और अपराधियों का सरक्षंण. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की महिलाओं से कब माफी मांगेंगे. इस पर मौन बर्दास्त नहीं है.


वहीं विजयवर्गीय के बयान पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा,"महिलाओं के बारे में ऐसे नकारात्मक विचार रखने वाले भाजपाइयों के होते हुए बीजेपी के राज में देश की नारी की स्थिति कैसे सुधरेगी."


 

null

दूसरी तरफ जेडीयू(Janta Dal United) के पूर्व नेता आरसीपी सिंह(RCP singh) ने बीजेपी जॉइन करने का एलान करते हुए की नीतीश कुमार दलबदलू हैं और वे सात जन्म में भी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे. हालांकि नीतीश कुमार ने उनको बयानों को नजरअंदाज करते हुए कहा - अरे छोड़िए!.हम उनको नोटिस नहीं करते. उनका जवाब ललन सिंह देंगे."

दरअसल वीरवार, 18 अगस्त को आरसीपी सिंह ने मीडिया में ये एलान किया था कि वे बीजेपी जॉइन करने जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने ये दावा भी किया कि जेडीयू का आरजेडी में विलय होगा. इसके बाद कहा - वे (नीतीश कुमार) कितनी बार पाला बदलेंगे? वह पहले ही 4 बार - 1994, 2013, 2017 और 2022 में ऐसा कर चुके हैं. यह निश्चित है. उनके पास क्या विकल्प है?"


जिसके जवाब में  जेडीयू के ललन सिंह(Lallan Singh) ने मीडिया में कहा कि आरसीपी सिंह नीतीश कुमार के स्टाफ थे. मुख्यमंत्री ने उन्हें बोलने लायक बनाया. लेकिन उन्हीं आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री की पीठ में छुरा घोंपा. आरसीपी जेडीयू का A से Z तक कुछ नहीं जानते. 2020 के चुनाव में जेडीयू को नुकसान पहुंचाने का उन्होंने षड्यंत्र किया था. यही कारण था कि जेडीओ को 43 सीटें ही मिली. उन्होंने जेडीयू का अस्तित्व मिटाने की कोशिश की लेकिन उन्हीं का अब अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. जेडीयू के विलय की बातें दागी चरित्र और दिमाग वाला ही कर सकता है.

Latest News

Featured

Around The Web