AAP-BJP के बीच सियासी खींचतान के बीच आज दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाएगी केजरीवाल सरकार

दिल्ली - दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी(Excuse policy Scam) में कथित भ्रष्टाचार के मामलों में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया(Manish Sisodia) पर CBI के छापों व कथित रूप से ऑपेरशन लॉट्स(Operation Lotus) के विफल होने के बीच दिल्ली में आप आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव(Confidence in Motion) पेश करेगी.
हालांकि सदन में AAP(Aam Aadmi Party) के भारी बहुमत के चलते विश्वास प्रस्ताव आसानी से पारित होने की संभावना है. देश की राजधानी में BJP-AAP के बीच सियासी खींचतान के बीच आम आदमी पार्टी की पब्लिक अफेयर्स कमेटी(Public Affairs Committee) की मीटिंग बुलाई गई थी, फिर बुधवार को पार्टी के विधायकों की बुलाई गई.
इस मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सभी विधायकों को राजघाट पहुंचकर एकजुटता का संदेश दिया था. दरअसल कथित रूप से केंद्र सरकार(BJP) द्वारा सरकार गिराने की कोशिशों के बाद विधानसभा का विशेष सत्र(Special Session of Delhi Assembly) बुलाया गया था. जिसमें अरविंद केजरीवाल ने BJP पर 20-20 करोड़ में AAP के विधायक खरीदने का आरोप लगाया था.
केजरीवाल ने ये भी आरोप लगाए थे कि देश में पेट्रोल-डीजल व GST(Goods & Services Tax) के दाम बढ़ाये जा रहे हैं ताकि BJP राज्यों में सरकारों को गिरा सके. इतना ही नहीं अरविंद केजरीवाल ने BJP को राज्यों की सरकार गिराने वाली 'सीरियल किलर(BJP Serial Killer)' कहा था
जिसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार यानी आज विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही थी. जिसको लेकर आशंका जताई जा रही है कि आज की कार्रवाई भी हंगामे भरी रहेगी. शुक्रवार, 26 अगस्त को सदन की कार्यवाही को मोबाइल पर रिकॉर्ड करने के आरोप में BJP विधायक को मार्शल के जरिये बाहर कर दिया गया था.
बता दें कि 70 सदस्यों वाली विधानसभा में AAP के 62 विधायक हैं जबकि BJP के पास केवल 8 विधायक हैं. इसके चलते विश्वास प्रस्ताव के आसानी से पारित होने की पूरी संभावना है.