पश्चिम बंगाल SSC घोटाले में ED के बाद CBI की एंट्री, दो पूर्व अधिकारी हुए गिरफ्तार

यह तो अभी सिर्फ शुरुआत है. यह 3 हजार करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार है - BJP
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इस बीच ईडी(Enforcement Directorate) ने इस मामले में TMC विधायक मानिक भट्टाचार्य को नोटिस जारी किया है. उन्हें अगले सप्ताह कोलकाता में ईडी ऑफिस में जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था. इससे पहले ईडी ने उनके घर से कुछ 'महत्वपूर्ण' डॉक्यूमेंट्स बरामद किए थे.

कोलकाता - पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ED के बाद अन्य केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई(Central Bureau Of Investigation) की एंट्री हो गई है. जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन(WBSSC) के पूर्व सलाहकार शांति प्रसाद सिन्हा(Shanti Prasad Sinha) और एसएससी के पूर्व चेयरमैन अशोक साहा(Former WBSSC Chairman Ashok Saha) को इस मामले में गिरफ्तार किया है.

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई ने एक बयान जारी कर कहा कि दोनों पूर्व अधिकारोयों ने एसएससी(Staff Selection Commission) के नियमों का उल्लंघन किया और मनमाने तरीके से ग्रुप सी स्टाफ(Group-C) की भर्तियां की थीं. सीबीआई ने ये भी आरोप लगाया कि इन लोगों ने सिफारिशें जारी करने के लिए रिजनल आयोग(Regional Commission) के अध्यक्षों के फेक साइन(Fake Sign) किए थे. सीबीआई ने कहा कि इन्हीं सिफारिशों के आधार पर तब अप्पोइटमेंट लेटर(Appointment Letter) जारी किए गए थे. जबकि चुने गए उम्मीदवारों के नाम वेबसाइट पर डालना होता है, लेकिन ये भी नहीं किया गया था.

एजेंसी ने कहा ,"इस प्रकार असली योग्य उम्मीदवार नौकरी पाने से वंचित रह गए थे."

बता दें कि इस मामले में ईडी(ED) पहले ही मैदान में उतर चुकी है. ईडी ने पहले ही बीती 23 जुलाई को कथित रूप से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी व पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी(Arpita Mukherjee) को गिरफ्तार किया था. एजेंसी ने मुखर्जी के अपार्टमेंट से 49.80 करोड़ रुपये कैश और सोने के आभूषण बरामद किया था. इसके साथ ही कई डाक्यूमेंट्स भी जब्त किए थे. दोनों के खिलाफ प मनी लॉन्ड्रिंग कानून(Prevention Of Money Laundering Act, 2002) के तहत मामला चल रहा है. उधर इन गिरफ्तारियों के बाद बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि ये भ्रष्टाचार और भी बड़ा है. 

सुवेंदु ने कहा, "यह तो अभी सिर्फ शुरुआत है. यह 3 हजार करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार है. CM के करीब के ऐसे लोग जो राजनीति में स्थापित होना चाहते हैं, वे सभी इस भ्रष्टाचार से जुड़े हुए हैं. सीबीआई व ईडी को रैकेट चलाने वाले उन लोगों को भी पकड़ना चाहिए, जिन्होंने नाम इकट्ठा किए थे. इसमें दो तरह के दलाल काम करते थे. इसमें एक विधायकों का एक समूह था. तापस साहा का पत्र पहले ही सामने आ चुका है."


इस बीच ईडी(Enforcement Directorate) ने इस मामले में TMC(Trinamool Congress) विधायक मानिक भट्टाचार्य को नोटिस जारी किया है. उन्हें अगले सप्ताह कोलकाता में ईडी ऑफिस में जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था. इससे पहले ईडी ने उनके घर से कुछ 'महत्वपूर्ण' डॉक्यूमेंट्स बरामद किए थे. कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर भट्टाचार्य को पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड(West Bengal Board of Primary Education) के अध्यक्ष पद से हटाया गया था.

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