अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने गहलोत कैंप के खिलाफ रिपोर्ट तैयार की
![Rajasthan Congress Infighting](https://theinknews.com/static/c1e/client/96874/uploaded/4c498aff5f51d09bd38219b94f4679e6.jpg)
जयपुर - सोनिया गांधी के आदेश के बाद अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूरे घटनाक्रम पर लिखित रिपोर्ट तैयार की है। सोनिया गांधी के आदेश के बाद केंद्रीय ऑब्जर्वर अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान में हुए घटनाक्रम पर लिखित रिपोर्ट तैयार की है। अजय माकन ने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने के लिए गहलोत खेमे के खास मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी को जिम्मेदार माना है। पहले फेज में इन दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी होगा, इसके बाद गहलोत समर्थक कुछ और नेताओं पर भी एक्शन लिया जा सकता है।
राजस्थान कांग्रेस में CM कुर्सी को लेकर दो दिनों से मचे घमासान को हाईकमान ने गंभीरता से लिया है। रिपोर्ट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके खेमे के तीन मंत्रियों और कुछ विधायकों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं। संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री महेश जोशी के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है।अजय माकन और खड़गे की रिपोर्ट में रविवार और सोमवार के घटनाक्रम का फैक्चुअल ब्योरा देने के साथ विधायक दल की बैठक के पैरेलल शांति धारीवाल के घर बैठक बुलाने को हाईकमान के आदेशों और पार्टी की स्थापित परंपरा का उल्लंघन करते हुए एक्शन लेने की सिफारिश की गई है। रिपोर्ट में इस घटना को कांग्रेस हाईकमान को सीधी चुनौती और अनुशासन तोड़कर पार्टी की छवि खराब करने वाला बताया है।
जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बहिष्कार और उसके बाद हुए घटनाक्रम को अनुशासनहीनता माना गया है। कांग्रेस की कार्यकारी चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताई है।रिपोर्ट में लिखा है कि विधायक दल की बैठक रविवार शाम 7 बजे सीएम निवास पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सलाह करके तय की गई थी। हम बैठक के लिए वहां देर रात तक इंतजार करते रहे, लेकिन मुख्यमंत्री के समर्थक विधायक नहीं पहुंचे। रिपोर्ट में लिखा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक मंत्रियों और विधायकों के विधायक दल की बैठक के बहिष्कार और इस्तीफे के प्रकरण से पार्टी की छवि खराब हुई है। इसके जरिए पार्टी के वर्षों से जारी परिपाटी को चुनौती दी गई है। इस घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की सिफारिश की गई है।
माकन ने रिपोर्ट में लिखा है- विधायक दल की बैठक में आने की जगह गहलोत समर्थक विधायकों ने पहले शांति धारीवाल के आवाास पर बैठक कर नारेबाजी की और हाईकमान को चैलेंज किया। विधायक दल की बैठक में आने की जगह गहलोत समर्थक विधायक संसदीयकार्य और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के घर बैठक करके हाईकमान को ही चैलेंज करने लगे।इसके बाद रात में ही स्पीकर सीपी जोशी के बंगले पर जाकर सामूहिक इस्तीफे दिए।19 अक्टूबर तक नए सीएम पर राय नहीं ली जाए और अशोक गहलोत की पसंद का ही सीएम हो , सचिन पायलट और उनके किसी समर्थक को सीएम नहीं बनाया जाए।