रामगोपाल की सीएम योगी से मुलाकात पर अपर्णा यादव का तंज

दिल्ली. सीएम योगी की बुलडोजर कार्रवाई का असर कुछ ऐसा दिख रहा है कि विपक्ष उसका कोई तोड़ नहीं निकाल पा रहा है। यही वजह है कि कई नेता अपने रिश्तेदारों पर हो रही कार्रवाई से परेशान हैं। हाल ही में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उनसे अपने रिश्तेदारों पर हो रही कार्रवाई रोकने की मांग की है।
इसको लेकर भाजपा नेता और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने प्रो. रामगोपाल यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाराज जी के शासन में सब कुछ कानून के हिसाब से होता है। जो गलत हैं और जिनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं, उनकी जांचें हो रही हैं। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। न्याय व्यवस्था सभी के लिए बराबर है। कहा कि मिलना और शिष्टाचार भेंट अलग-अलग है।
अपर्णा यादव ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में साफ कहा था कि अपराध के लिए जीरो टॉलरेंस नीति है। जब योगीजी सीएम बने तो आम आदमी की सुरक्षा के लिए बुलडोजर एक प्रतीक बन गया। उन्होंने कहा कि ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति अपराधियों की पैरवी कर रहा है तो उसकी नहीं सुनी जाएगी। अपराधी को अपराधी की दंड नियमावली के तहत दंडित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछड़ों के लिए जितना भाजपा ने काम किया है, उतना किसी ने नहीं किया है। प्रो. रामगोपाल यादव ने जो खत दिया है, वह खत सार्वजनिक हो चुका है। उसमें दो ही लोगों का नाम लिखा है। उन दोनों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनकी जांचें हो रही हैं।
अपर्णा यादव ने कहा कि यह समाज काफी पढ़ा-लिखा है। वह सब जानता है। खत में जिनके नाम हैं, उन्होंने अगर अपराध किया है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी, अन्यथा नहीं होगी। अब वह खत खुल चुका है। उसके खुलने से बहुत चीजें खुल गई हैं। अगर किसी अपराधी की पैरवी की जाएगी तो उसकी पैरवी नहीं सुनी जाएगी।
उन्होंने कहा, “शिवपाल यादव ने भी प्रो. रामगोपाल यादव का खत ट्वीट करके सार्वजनिक कर दिया। उन्होंने सच को उजागर करके अपनी जिम्मेदारी निभाई है। अब सबको मालूम हो गया है कि प्रो. रामगोपाल यादव किसकी पैरवी करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। शिवपाल यादव जिस जगह रहे हैं, हमेशा अपनी पूरी निष्ठा दिखाई है। यही वजह है कि वह खुलकर अपनी बात कह पाते हैं।”