‘बीजेपी ने बिना किसी को बताए कैंडिडेट घोषित किया’, नामांकन भरने के बादयशवंत सिन्हा ने साधा निशाना

नई दिल्ली – विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने आज संसद भवन में राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ विपक्ष के कई नेता भी मौजूद रहे. नामांकन दाखिल करने के बाद यशवंत सिन्हा ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि मैं तमाम विपक्षी दलों का शुक्रिया अदा करता हूं जो जिन्होंने मुझे उनका उम्मीदवार चुना.
राष्ट्रपति पद के विपक्षी उम्मदीवार यशवंत सिन्हा ने अपना नामांकन भरने के बाद बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. यशवंत सिन्हा ने कहा कि बीजेपी ने किसी को बताए बिना ही अपना कैंडिडेट घोषित कर दिया. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के सर्वोच्च पद के लिए सरकार ने दूसरें दलों के साथ बैठक कर कंसेसनेस बनाने की कोशिश तक नहीं की.
नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि मुझे बताया गया कि मैं विपक्षी की राष्ट्रपति पद के लिए चौथी पसंद हूं, लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि अगर मैं दसवीं पसंद भी होता तो इसे स्वीकार करता. क्योंकि ये विचारों की लड़ाई है और मैं इसमें अपना योगदान देना चाहता हूं. बता दें कि यशवंत सिन्हा कल से प्रचार अभियान की शुरूआत करेंगे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा के नामांकन दाखिल करने के मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, द्रमुक नेता ए राजा और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला मौजूद थे.
यशवंत सिन्हा के देशव्यापी प्रचार के लिए एक प्रचार समिति का भी गठन किया गया है. जिसमें कांग्रेस नेता जयराम रमेश, टीएमसी के सुखेंदु शेखर राय, सीपीआई (एम) के सीताम यचूरी, सपा के डा. रामगोपाल यादव, एनसीपी के प्रफुल पटेल, टीआरएस के रंजीत रेड्डी, आरजेडी के मनोज झा, सीपीआई के डी राजा समेत शिवसेना नेता का नाम शामिल है.
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की योग्यता को लेकर यशवंत सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रपति का काम है सरकार को सलाह देना इसलिए ये ज़रूरी है कि राष्ट्रपति वो बने जो सलाह दे सके. उन्होंने कहा यदि कोई ऐसा व्यक्ति राष्ट्रपति बनता है जिसकी सरकार को सलाह देने की हिम्मत ही न पड़े तो वह अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह नहीं कर पाएगा. वह केवल एक रबर स्टैम्प बनकर रह जाएगा.