ओपी राजभर के लिए मायूसी भरी खबर, मायावती के भतीजे ने गठबंधन के दावों पर कही ये बात

लखनऊ - समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से नाता तोड़कर बसपा से उम्मीद लगाए बैठे ओपी राजभर के लिए मायूसी भरी खबर है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर के बहुजन समाज पार्टी (BSP) से संबंध बढ़ाने की कोशिशों के बीच बसपा के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद ने सोमवार को कहा कि ऐसे 'स्वार्थी' लोगों से सावधान रहने की जरूरत है.
आनंद ने सोमवार को किए एक ट्वीट में किसी का नाम लिए बगैर कहा 'बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के शासन,प्रशासन, अनुशासन की पूरी दुनिया तारीफ करती है. लेकिन कुछ अवसरवादी लोग भी बहन जी के नाम के सहारे अपनी राजनीतिक दुकान चलाने की कोशिश करते हैं. ऐसे स्वार्थी लोगों से सावधान रहने की जरूरत है.'
बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय @Mayawati जी के शासन,प्रशासन, अनुशासन की पूरी दुनिया तारीफ करती है।
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) July 25, 2022
लेकिन कुछ अवसरवादी लोग भी बहन जी के नाम के सहारे अपनी राजनीतिक दुकान चलाने की कोशिश करते हैं। ऐसे स्वार्थी लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।
आनंद का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर बसपा से हाथ मिलाने की ख्वाहिश जता रहे हैं. उन्होंने रविवार को जौनपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि उनका व्यक्तिगत रुप से मानना है कि अब बसपा से हाथ मिलाया जाना चाहिए.
राजभर की पार्टी उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ी थी और उसे छह सीटों पर जीत हासिल हुई थी. राजभर ने वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था और उनकी पार्टी सरकार में भी शामिल हुई थी लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मतभेदों के कारण वह सरकार से अलग हो गई थी.
बीते दिनों सपा ने एक चिट्ठी जारी कर सुभासपा से गठबंधन तोड़ लिया था. जिसके बाद ओपी राजभर ने समाजवादी पार्टी को छोड़कर अब किसी अन्य दल के साथ गठबंधन करने की बात पर कहा कि अभी कुछ भी तय नहीं है.