‘मैंने आत्मा, जमीर मरने की बात की थी’ संजय राउत ने दी सफाई, शिंदे गुट ने किया पलटवार

मुंबई - महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने अपने पुराने विवादित बयान पर सफाई दी है. राउत ने कहा कि उन्होंने आत्मा और जमीर मरने की बात कही थी. सोमवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राउत ने कहा कि पार्टी से भागने वाले का जमीर मर गया है.
इससे पहले, संजय राउत ने आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था कि गुवाहाटी से 40 विधायकों की बॉडी मुंबई आएगी. इसके बाद अब सफाई दी कि उन्होंने ये कहा है कि जो 40 विधायक गुवाहाटी में उनकी आत्मा मर चुकी है, वो जिंदा लाश की तरह हैं.
शिवसेना नेता राउत ने कहा कि अभी हमने बागी मंत्री गुलाबराव पाटिल का वीडियो TWEET किया है. गुलाबराव पाटिल ने अपना बाप बदला. पार्टी से भागने वाले का जमीर मरा गया है. हमलोग कभी अपना बाप नहीं बदलते है. राउत ने ट्वीट कर लिखा- देखो कौन पिता को बदलने के लिए भाषा का इस्तेमाल कर रहा है.
बाप बदलण्याची भाषा कोण करतंय आहे पहा..श्रीमान केसरकर.थोडा संयम ठेवा.
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 27, 2022
डोंगर झाडी निसर्ग यात विवेक हरवू नका.
आपण यांना ओळखता ना?
जय महाराष्ट्र! pic.twitter.com/8yb33kHFOc
राउत ने आगे कहा कि आपके पास 50 एमएलए की ताकत है तो आप गुवाहटी में क्यों बैठे हो. आप ताकत दिखाओ. मैने किसी के भावना को ठेस नहीं पहुचाई. बीजेपी ने पीडीपी के साथ सरकार चलाई है. जो लोग 40 साल पार्टी में रहते है और कहीं चले जाते है, तो समझिए वह जिंदा लाश है.
वहीं, एकनाथ शंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने संजय राउत पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बाला साहेब अगर होते तो राउत को पार्टी से निकाल बाहर करते. उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्यों शिवसेना के विधायकों पर हमले किए जा रहे हैं. संजय राउत को मुर्दों का समर्थन क्यों चाहिए?
केसरकर ने कहा कि हम आज भी शिवसेना के साथ है और उद्धव ठाकरे को नेता मानते हैं. लेकिन जब बात नहीं मानी जाती है तो हेड ऑफ फैमिली से परिवार के सदस्य रूठ जाते हैं. हमारे बलबूते ही विधायक राज्यसभा पहुंचे हैं. हमारा नहीं बल्कि संजय राउत का जमीर मर चुका है.