कार्ति चिदंबरम बोले- रेड मारना इन्वेस्टिगेशन का हिस्सा नहीं, ED विपक्ष को प्रताड़ित करने का टूल

वाराणसी- पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम कांग्रेस के सातवें ऐसे शीर्ष नेता हो गए हैं, जो ऑउट ऑन बेल क्लब में शामिल हो गए हैं। नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे और सांसद कार्ति चिदंबरम वाराणसी में हैं। कांग्रेस में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरने वाले पी चिदंबरम अकेले नेता नहीं हैं। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी नेशनल हेराल्ड केस में ऑउट ऑन बेल चल रहे हैं। रविवार को वे बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, काल भैरव और संकट मोचन मंदिर में दर्शन करेंगे। सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा- रेड मारना और इनक्वायरी करना इन्वेस्टिगेशन का पार्ट नहीं है। ED विपक्ष को प्रताड़ित करने का टूल बन गया है।
रेड मारना और इनक्वायरी करना कभी इन्वेस्टिगेशन का पार्ट है ही नहीं। भाजपा विपक्षियों को डराने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। सबको लगता है कि कोई सुपरमैन या सुपरहीरो आएगा, हमारा दिल जीतेगा और हम उसको वोट देंगे। फिर, सब कुछ बदल देगा। पूरी दुनिया आज पर्सनालिटी बेस पॉलिटिक्स पसंद कर रही है। कोई चाहता ही नहीं कि चुनाव मुद्दा आधारित हो। भाजपा सरकार ने भारत के घरेलू व्यापार को चौपट कर दिया है।
ED का इस्तेमाल पॉलिटिकल माइलेज के लिए हो रहा है। 12 साल पुराने केस नेशनल हेराल्ड के मामले में बिना वजह राजनीतिक लाभ लिया जा रहा। भ्रष्टाचार के मामलों को देखें तो दिल्ली से लेकर हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से लेकर महाराष्ट्र तक के बड़े कांग्रेस नेता सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी जैसी एजेंसियों के निशाने पर हैं।
आज कल एजेंसी की आड़ में विपक्षियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। इनकम टैक्स से लेकर तमाम जांचें हो गईं, मगर अभी तक कोई गड़बड़ी नहीं मिली। जबरदस्ती मामले को तूल देकर खींचा जा रहा है।हालांकि कांग्रेस आलाकमान अपने नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को मोदी सरकार राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई ठहराकर पल्ला झाड़ ले रही है।