मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के तल्ख तेवर, बोले- कांग्रेस टिकट को लेकर अविश्वास, साथी विधायकों को मैंने विलय को तैयार किया

गुढ़ा ने कहा- शिक्षित बेरोजगारों के लिए सरकार ने कोई खास नहीं किया, यह सबसे बड़ा चैलेंज

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कांग्रेस में सत्ता संगठन के बदलावों और निष्टा कांग्रेस या व्यक्ति में होने के सवाल पर गुढ़ा ने कहा- मैं तो अभी इस मामले में दिमाग नहीं लगा रहा, संगठन और सत्ता में क्या बदलाव होगा वह तो नहीं कह सकते लेकिन आज हम कांग्रेस में हैं। कांग्रेस जो करेगी वह ठीक है। पार्टी या व्यक्ति के प्रति कमिटमेंट के सवाल पर गुढ़ा ने कहा ​कि अभी तो मुझे खुद को ही पता नहीं है कि मेरा कमिटमेंट क्या है? मुझे क्या फैसला लेना पड़ेगा। हमारे सा​थियों के साथ बैठेंगे, बात करेंगे। अभी चर्चा ठीक नहीं है।

सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने बसपा मूल के विधायकों से किए वादे पूरे नहीं करने को लेकर फिर तल्ख तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने आगे लग रास्ता अपनाने तक की चेतावनी दी है। गुढ़ा ने शिक्षित बेरोजगारों के लिए सरकार में खास काम नहीं होने और कांग्रेस के लिए इसे चुनाव में सबसे बड़ा चैलेंज बताया है।

जयपुर- बसपा मूल के विधायकों में असुरक्षा के कारणों पर गुढ़ा ने कहा- पिछली बार सरकार में जब हमने विलय किया तो छह में से तीन विधायक मंत्री बने थे और तीन संसदीय सचिव बने थे। इस बार पिछली बार की तरह वह सारी चीजें नहीं हो पाईं। हमार प्रति जिस तरह का एटीट्यूड है, कुछ मंत्रियों का रवैया है उससे हमारे विधायकों में अविश्वास तो होगा ही। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा- हमारे साथी विधायकों के मन में यह बात आ रही है कि आने वाले समय में उन्हें टिकट मिलेगा या नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री, मुकुल वासनिक, सुरजेवाला से हमारी बात हुई थी कि वे दिल्ली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से हमारे बारे में जो कुछ करना है उस पर चर्चा करें। 

कांग्रेस में सत्ता संगठन के बदलावों और निष्टा कांग्रेस या व्यक्ति में होने के सवाल पर गुढ़ा ने कहा- मैं तो अभी इस मामले में दिमाग नहीं लगा रहा, संगठन और सत्ता में क्या बदलाव होगा वह तो नहीं कह सकते लेकिन आज हम कांग्रेस में हैं। कांग्रेस जो करेगी वह ठीक है। पार्टी या व्यक्ति के प्रति कमिटमेंट के सवाल पर गुढ़ा ने कहा ​कि अभी तो मुझे खुद को ही पता नहीं है कि मेरा कमिटमेंट क्या है? मुझे क्या फैसला लेना पड़ेगा। हमारे सा​थियों के साथ बैठेंगे, बात करेंगे। अभी चर्चा ठीक नहीं है।

कांग्रेस में सत्ता संगठन के बदलावों और निष्टा कांग्रेस या व्यक्ति में होने के सवाल पर गुढ़ा ने कहा- मैं तो अभी इस मामले में दिमाग नहीं लगा रहा, संगठन और सत्ता में क्या बदलाव होगा वह तो नहीं कह सकते लेकिन आज हम कांग्रेस में हैं। कांग्रेस जो करेगी वह ठीक है। पार्टी या व्यक्ति के प्रति कमिटमेंट के सवाल पर गुढ़ा ने कहा ​कि अभी तो मुझे खुद को ही पता नहीं है कि मेरा कमिटमेंट क्या है? मुझे क्या फैसला लेना पड़ेगा। हमारे सा​थियों के साथ बैठेंगे, बात करेंगे। अभी चर्चा ठीक नहीं है।

 गुढ़ा ने कहा कि साथी विधायकों को विलय के लिए मैंने तैयार किया था। मैंने इनसे बात की और विलय को तैयार किया, क्योंकि मैं पुराना आदमी था, पहले मंत्री रह चुका था। सीएम अशोक गहलोत के बिहाफ पर काफी बातें कही थीं, भरोसा दिलाया था। वाजिब अली और संदीप यादव को तो आी किसी बोर्ड में भी नियुक्ति नहीं दी गई है। लाखन मीणा को डांग विकास बोर्ड का अध्यक्ष बनाया लेकिन उनके पास न आफिस है, न गाड़ी है। सारे साथी विधायक मुझे आकर कहते हैं

कांग्रेस की सरकार रिपीट करने के मुख्यमंत्री की अपील पर गुढ़ा ने कहा कि शिक्षित बेरोजगार बड़ा चैलेंज है। शिक्षित बैरोजगार खतरे की घंटी हैं। ​शिक्षित बेरोजगारों के लिए न पिछली सरकार ने और न हमारी सरकार ने कोई ज्यादा प्रयास किए हैं। बेरोजगारी की समस्या गंभीर है। बेरोजगारों का उंट किस करवट बैठेगा उसी पर सब कुछ निर्भर करेगा, यह सबसे बड़ा मुद्दा है।गुढ़ा ने कहा कि साथी विधायकों को विलय के लिए मैंने तैयार किया था। मैंने इनसे बात की और विलय को तैयार किया, क्योंकि मैं पुराना आदमी था, पहले मंत्री रह चुका था। सीएम अशोक गहलोत के बिहाफ पर काफी बातें कही थीं, भरोसा दिलाया था। वाजिब अली और संदीप यादव को तो आी किसी बोर्ड में भी नियुक्ति नहीं दी गई है। लाखन मीणा को डांग विकास बोर्ड का अध्यक्ष बनाया लेकिन उनके पास न आफिस है, न गाड़ी है। सारे साथी विधायक मुझे आकर कहते हैं


 




 

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