मोदी जी 18 18 घंटे ही काम कर रहे। अगर 6 घंटे और जागने लगे तो फिर.. कांग्रेस का पीएम पर तंज

दिल्ली. डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए के कमजोर होने पर कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कई तरह के सवाल किए हैं। कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी सहित कई नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए पीएम मोदी पर कटाक्ष किया है। आम सोशल मीडिया यूजर्स भी केंद्र सरकार पर कई तरह के सवाल उठा रहे हैं।
भारतीय यूथ कांग्रेस के नेता श्रीनिवास ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए लिखा, ‘Thank God, मोदी जी 18 18 घंटे ही काम कर रहे। अगर 6 घंटे और जागने लगे तो फिर..।’ इसके साथ ही उन्होंने अपने अन्य ट्वीट में कमेंट किया कि 70 सालों का स्वर्णिम इतिहास मिटाते मिटाते मोदी जी ने नया इतिहास लिख दिया। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कमेंट किया कि हो गया रुपया अस्सी पार, अमृत काल की एक और बड़ी उपलब्धि।
इतिहास में पहली बार:-
— Srinivas BV (@srinivasiyc) July 19, 2022
LPG - ₹1000 के पार
Petrol-Diesel हुआ 100 के पार
$ के मुकाबले ₹ हुआ 80 के पार
बेरोजगारी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
हिंदुस्तान पर हुआ कर्जा बेहिसाब
70 सालों का स्वर्णिम इतिहास मिटाते-मिटाते मोदी जी ने नया इतिहास लिख दिया है..
इसके खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा.. pic.twitter.com/qC51Qs5uhN
दिनेश नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि सभी भारतवासियों को बधाई। रुपया के साथ कुछ और भी गिर गया। संजय नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं – भक्त तो मिठाई बाटेंगे क्योंकि डॉलर के मुकाबले रुपया शतक पार करने वाला है। इस विषय पर भी वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते ही नजर आएंगे। अमर सिंह नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया, ‘ जिस देश के प्रधानमंत्री 18 घंटे काम करें, उनका देश जीएसटी फ्री हो जाना चाहिए। यहां तो खाने के भी लाले पड़ने वाले हैं।’
कुरेशी नाम के एक यूजर ने लिखा कि आज तो रुपया 81 की तरफ कूच कर गया है, खैर 70 साल की कमाई खत्म करने में अभी साहब को थोड़ा और वक्त चाहिए होगा। अमन शर्मा नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया – पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था और उसकी हालत देखिए फिर भारत की अर्थव्यवस्था और हालत देखिए पता चल जाएगा। 18 घंटे काम करने का ही नतीजा है कि हम दूसरे देशों के मुकाबले बहुत अच्छी स्थिति में हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि मंगलवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया मनोवैज्ञानिक रूप से महत्वपूर्ण विनियम दर के स्तर डॉलर के मुकाबले 80 रुपए के स्तर से नीचे चला गया। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक रुपया घटकर 80.06 प्रति डॉलर पर आ गया। बता दें कि रुपया कमजोर होने के पीछे का कारण बताते हुए सरकार ने कहा है कि रुपए में गिरावट के लिए वैश्विक कारण जैसे रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जिम्मेदार है।