Rajasthan - कांग्रेस आलाकमान ने गहलोत गुट के तीन नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया

जयपुर - राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी ड्रामे(Rajasthan Political Crisis) की रिपोर्ट आ गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को क्लीन चिट दी गई है. अब आप सोचेंगे कैसी रिपोर्ट? दरअसल राजस्थान में कांग्रेस विधायक सचिन पायलट को सीएम बनाने का विरोध कर रहे थे. कांग्रेस राजनीतिक संकट को जांचने के लिए ऑब्जर्वर की टीम बनाई थी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मलिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को ऑब्जर्वर बनाकर भेजा गया था.
बीते 26 सितंबर को यह नेता पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले और मौखिक तौर पर उन्हें मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी. अब 27 सितंबर को मलिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने हाईकमान को रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट में कहा कि हालिया पॉलीटिकल क्राइसिस(Political Crisis) के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिम्मेदार नहीं थे.
इसके साथ ही पार्टी के तीन प्रमुख नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है. इसमें महेश जोशी(Mahesh Joshi) शांति धारीवाल(Shanti Dhariwal) और धर्मेंद्र राठौर(Dharmendra Rathore) के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है विधायक दल की बैठक बुलाने के लिए नोटिस भेजा गया है.
हालांकि रिपोर्ट में गहलोत खेमे के जिन नेताओं पर कार्रवाई की बात की गई है, वह पहले से ही अजय माकन पर लॉबिंग के आरोप लगा रहे हैं. आरोप यह है कि राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन(Ajay Makan) सचिन पायलट के पक्ष में माहौल बना रहे हैं. जब से यह बात सामने आई कि गहलोत(Ashok Gehlot) मुख्यमंत्री पद से हट जाएंगे तो सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.
इसके बाद गहलोत के समर्थन में विधायकों के इस्तीफे की बात भी सामने आई थी. लेकिन अब कई विधायक इस्तीफे की बात से इंकार कर चुके हैं. यह भी कह रहे हैं कि उनको इस मीटिंग में धोखे से बुलाया गया. इस पूरी उठापटक में कई जानकारियां अभी साफ नहीं हुई हैं. जैसे कि यह मालूम नहीं है कि सचिन पायलट मंगलवार को खुद दिल्ली आए हैं या हाईकमान ने बुलाया है? आलाकमान का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर क्या रुख है? अगर अशोक गहलोत और सचिन पायलट मुख्यमंत्री नहीं बनते हैं तो किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.