अशोक गहलोत ने मुझे पहले भी निक्कमा-नकारा कहा है, वे मेरे पिता तुल्य हैं - सचिन पायलट

जयपुर - महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट(Turmoil in Maharashtra Politics) के बीच राजस्थान सरकार(Rajasthan Government) में भी खलबली मच गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत(CM Ashok Gehlot) के बयान पर करारा जवाब देते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट(Sachin Pilot) ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुझे पहले भी निक्कमा-नकारा कहा है, वो मेरे लिए पिता तुल्य हैं.
राजस्थान के टोंक जिले(Tonk District) में मीडिया से बातचीत करते हुए युवा कांग्रेस नेता(Congress Leader) सचिन पायलट ने कहा,"राहुल गांधी ने मेरे धैर्य की प्रशंसा की है. इसको राइट स्पिरिट(Right Spirit) में लेना चाहिए. पायलट ने आगे कहा कि राहुल जैसे सर्वमान्य नेता के इस बयान को किसी को भी अनावश्यक नहीं लेना चाहिए."
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की टिप्पणी के जवाब में सचिन पायलट ने कहा, मुख्यमंत्री जी ने मुझे पहले भी निक्कमा-निकारा कहा है, लेकिन वो बोल देते हैं। मैंने कभी भी अदरवाइज नहीं लिया. अशोक गहलोत बुजुर्ग है,अनुभवी हैं और मेरे पिता तुल्य हैं."
वहीं महाराष्ट्र में मचे घमासान पर सवाल के जवाब में सचिन पायलट ने कहा,"शिवसेना, NCP और कांग्रेस का गठबंधन(Alliance of NCP, Congress And Shiv Sena) कायम है. हमारी गठबंधन की सरकार ने अच्छा काम किया है. मुझे उम्मीद है कि हमारी सरकार का 5 साल का कार्यकाल पूरा होगा. यह शिवसेना का आंतरिक मामला है। शिवसेना इसे अपने आप सुलझा लेगी."
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उन्होंने आगे कहा,"मेरा फोकस सिर्फ इस पर है कि कैसे हम कांग्रेस सरकार को फिर से सत्ता में लेकर आएं. इससे पहले भी CM अशोक गहलोत ने मेरे बारे में 'नकारा', 'निकम्मा' जैसी कई बातें कही थीं. मैं उनके बयानों को अन्यथा नहीं लेता क्योंकि वह अनुभवी, वरिष्ठ और पिता तुल्य हैं."
मेरा फोकस सिर्फ इस पर है कि कैसे हम कांग्रेस सरकार को फिर से सत्ता में लेकर आएं। इससे पहले भी CM अशोक गहलोत ने मेरे बारे में 'नकारा', 'निकम्मा' जैसी कई बातें कही थीं। मैं उनके बयानों को अन्यथा नहीं लेता क्योंकि वह अनुभवी, वरिष्ठ और पिता तुल्य हैं: कांग्रेस नेता सचिन पायलट, टोंक pic.twitter.com/u8JHdeJ9Ar
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2022
गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर निशान साधा था. गहलोत ने कहा था कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत(Gajender Singh Shekhawat) और सचिन पायलट ने उनकी सरकार गिराने के लिए साजिश रची थी. राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल(Shanti Dhariwal) ने आगे बढ़ते हुए ये तक कहा कि मैंने खुद देखा है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व सचिन पायलट मिले हुए हैं. इसके बाद सचिन पायलट खेमे से एक विधायक इंद्राज गुर्जर(Indraj Gurjar) ने ट्वीट कर कहा "जमीन पर बैठा हुआ आदमी कभी नहीं गिरता फ़िक्र उनको होनी चाहिए जो हवा में हैं."
ज़मीन पर बैठा हुआ आदमी कभी नहीं गिरता, फ़िक्र उनको है जो हवा में है!!
— Prahlad Bhati 🇮🇳 (@PrahladBhatiInc) June 26, 2022
#with_mla_boss 💞
.....✍️ @IndrajGurjarinc pic.twitter.com/v4gbT2zn0I
वहीं सचिन पायलट का पक्ष लेने वाले आचार्य प्रमोद ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को रीट्वीट करते हुए लिखा, विषपान करने वाले नीलकंठ का अभिषेक श्रावण मास में किया जाता है. कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद(Acharya Pramod) के इस बयान से सियासी हलचल तेज हो गई है. मीडिया में इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही सचिन पायलट को कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.