कई बार लगता राजनीति छोड़ दूं,भावुक हुए गडकरी, जानें क्यों

दिल्ली. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अक्सर अपनी बेबाक बातों के लिए जाने जाते हैं। वह अपने बयानों को लेकर अक्सर मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं। ऐसा इस वजह से है क्योंकि वो अपनी राय हमेशा खुलकर रखते हैं। नितिन गडकरी रविवार को महाराष्ट्र के नागपुर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जहां गडकरी ने इस कार्यक्रम के दौरान राजनीति को लेकर अपने निजी विचार लोगों के साथ साझा किए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने राजनीति के उद्देश्य पर भी अपने विचार रखे।
दरअसल, रविवार को नितिन गडकरी एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुए थे उसी दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत करते हुए कहा,’कई बार मुझे ऐसा लगता है कि मैं राजनीति कब छोड़ूं और कब नहीं। क्योंकि जीवन में राजनीति के अलावा भी कई ऐसी चीजें हैं जो कि करने लायक हैं।’ गडकरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमें इस बात को समझना चाहिए कि आखिर ये राजनीति क्या है?’
नितिन गडकरी ने आगे कहा, हम अगर ध्यान से देखें तो राजनीति सिर्फ समाज के लिए है और समाज विकास के लिए है। लेकिन अगर हम मौजूदा राजनीति को देखें तो ये 100 फीसदी सिर्फ सत्ता के लिए ही रह गयी है। उन्होंने इस दौरान ये भी कहा कि मुझे कभी-कभी ऐसा लगता है कि मैं कब राजनीति छोड़ दूं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का ऐसा बयान आना कोई नया मामला नहीं है। नितिन गडकरी आए दिन ऐसे बेबाक बयान देते रहते हैं। आपको बता दें कि अभी हाल में ही नितिन गडकरी ने कहा था, ‘सियासत में भी हर कोई परेशान है। अगर कोई विधायक है तो वो इसलिए दुखी है कि उसे मंत्री नहीं बनाया गया।
अगर कोई मंत्री है तो वो इस वजह से दुखी है कि उसे अच्छा विभाग नहीं दिया गया। अगर विभाग अच्छा मिला है तो उसे दुख है उसे मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया और जो मुख्यमंत्री बन गया है उसे इस बात की चिंता रहती है कि वो कब हटा दिया जाएगा।’