बिहार में नई सरकार बनाने की हलचल! अगले 48 घंटे में होगा बड़ा उलटफेर?

पटना - बिहार की राजनीति में जेडीयू (JDU) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह (RCP Singh) के इस्तीफे के बाद से सियासी अटकलें तेज हो गई हैं. अगले 48 घंटे में बड़े उलटफेर की संभावना है. दरअसल सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कांग्रेस (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से फोन पर बात की.
वहीं आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद से जेडीयू बिना नाम लिए बीजेपी पर हमलावर है. जिसको लेकर मचे सियासी बवाल से ये संभावना जताई जा रही है कि राज्य में कभी भी बड़ा राजनीतिक उलटफेर हो सकता है. 11 अगस्त तक नई सरकार बनाने की भी हलचल है. दरअसल सोनिया गांधी और नीतीश की बातचीत के बाद कांग्रेस ने बिहार के प्रभारी को पटना भेजने का फैसला लिया है.
बिहार कांग्रेस ने सभी विधायकों को आज शाम पटना में पहुंचने का फरमान जारी किया. विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि बदलते हुए राजनीतिक हालात पर नज़र है. उन्होंने बताया कि दिल्ली मुख्यालय से कांग्रेस के प्रभारी से भी पटना आने का आग्रह किया गया है. वहीं कांग्रेस ने बिहार के प्रभारी भक्त चरण दास को आज पटना भेजने का फैसला लिया गया है.
वहीं नीतीश-सोनिया की बातचीत के बाद जेडीयू ने मंगलवार को अपने सभी सांसदों और विधायकों की बैठक बुला ली है. इस बीच राजद नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी सक्रिय हो गए हैं और अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. इसके अलावा जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) भी अपने विधायक दल की मीटिंग करेगा.
मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए बिहार में राजनीतिक फेरबदल की संभावना बनी हुई है. जानकारी के अनुसार सरकार चलाने में फ्री हैंड नहीं मिलने के अलावा नीतीश चिराग प्रकरण के बाद आरसीपी प्रकरण के चलते बीजेपी से खफा हैं. इसलिए बीते कुछ महीने में नीतीश कुमार ने कई अहम बैठकों से दूरी बनाई है.
वहीं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि भविष्य में जब मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो जेडीयू उसमें शामिल नहीं होगा. यह सीएम नीतीश का फैसला है. सिंह ने इशारों में बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, नीतीश के खिलाफ षड्यंत्र हुआ. इतना ही नहीं ललन ने साफ कर दिया कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में दोनों दलों का गठबंधन अभी तय नहीं है.