उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के विदाई समारोह में तृणमूल सांसद का पीएम मोदी पर निशाना!

दिल्ली. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के फेयरवेल पर बोलते हुए तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने 2 सितंबर 2013 को नायडू के एक भाषण का जिक्र कर कहा कि तब आपने पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी पर एक भावुक भाषण दिया था। आपने तत्कालीन सरकार पर जोरदार हमला बोला था। तब आप विपक्ष में थे। ब्रायन का कहना था कि वो अब वहां नहीं जाना चाहते लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इस सवाल का जवाब भी वो अपनी आत्मकथा में दे सकते हैं।
ब्रायन ने कहा कि फोन टेपिंग को लेकर भी नायडू ने 1 मार्च 2013 को तेजतर्रार तेवर दिखाए थे। लेकिन पेगासस पर जब विपक्ष चर्चा की मांग कर रहा था तो वो चुपचाप बैठे हुए थे। हमने बहुत कोशिश की कि पेगासस पर सदन में चर्चा हो पर हमारी सारी कोशिशें नाकाम रहीं क्योंकि सभापति कुछ नहीं बोले।
ध्यान रहे कि राज्यसभा में फेयरवेल स्पीच में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक नजर आए। पीएम मोदी ने कहा कि आज हम सब यहां राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू को उनके कार्यकाल के समापन पर धन्यवाद देने के लिए मौजूद हैं। यह इस सदन के लिए बहुत ही भावुक क्षण है। सभा के कई ऐतिहासिक क्षण आपकी गरिमामयी उपस्थिति से जुड़े हैं।
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को सोमवार को उच्च सदन में विदाई दी गई। लेकिन तृणमूल के सांसद डेरेक ओ ब्रायन कुछ वाकयों का जिक्र कर उन्हें शर्मसार करने की पूरी कोशिश की। सांसद ने कहा कि हो सकता है कि वो अपनी आत्मकथा में इस सारे मसलों पर कुछ प्रकाश डालें। लेकिन हकीकत ये है कि वो अपनी जिम्मेदारियों से कई बार भागते दिखे।ब्रायन वेकैंया से बोले कि अपने कार्यकाल में आपने बहुत प्रयास किए कि पीएम मोदी एक सवाल का तो जवाब दें पर ऐसा नहीं हुआ। नायडू ने तीन कृषि कानूनों का जिक्र कर कहा कि 20 सितंबर 2020 को जब ये बिल राज्यसभा से पारित किए गए तब नायडू राज्यसभा में मौजूद नहीं थे। कारण वो नहीं जानते।