शिंजो आबे की हत्या को अग्निपथ योजना से क्यों जोड़ रहा है विपक्ष?

जापानी नेता की हत्या पर आखिर क्यों विपक्ष को याद आई अग्निपथ योजना
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Shinzo Abe
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार ( 8 जुलाई, 2022) को गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं अब ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए शिंजो आबे की हत्या को अग्निपथ भर्ती योजना से जोड़ा है।

कोलकाता. जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो अबे की हत्या की दुनिया भर में चर्चा हो रही है। दुनिया के सभी बड़े देशों ने इस हत्याकांड की कड़ी निंदा की है। वहीं भारत में कुछ बड़ी विपक्षी पार्टियां इस हत्याकांड को अग्नीपथ योजना से जोड़कर देख रहे हैं। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार  8 जुलाई, 2022 को गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं अब ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए शिंजो आबे की हत्या को अग्निपथ भर्ती योजना से जोड़ा है।

पार्टी के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ में प्रकाशित एक फ्रंट-पेज की स्टोरी में टीएमसी ने पूर्व जापानी पीएम शिंजो आबे की हत्या को केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना से जोड़कर निशाना साधा है। टीएमसी ने कहा कि आबे की हत्या एक पूर्व जापानी रक्षा कर्मियों ने की थी, जिन्हें पेंशन नहीं मिल रही थी।

टीएमसी ने जापानी समुद्री आत्मरक्षा बलों की तुलना अग्निपथ योजना से की है। जिसमें आरोप लगाया गया कि मोदी सरकार युवाओं को अल्पावधि के लिए रक्षा बलों में नियुक्त करना चाहती है और उन्हें चार साल बाद पेंशन और अन्य सेवानिवृत्ति लाभों से वंचित रखना चाहती है।

कनेक्शन इस तथ्य पर आधारित है कि शूटर रक्षा बलों में था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यामागामी ने तीन साल की सेवा के बाद अपनी नौकरी खो दी। वह बेरोजगार था और उसे कोई पेंशन नहीं मिल रही थी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हत्यारे ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री आबे को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि वह बेरोजगार था।

 शुक्रवार (8 जुलाई, 2022) को कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने जापान के पूर्व पीएम पर हमला करने के लिए शूटर के मकसद और अग्निपथ योजना के बीच एक समान तुलना की। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “शिंजो आबे को गोली मारने वाली यामागामी ने जापान के एसडीएफ यानी सेना में बिना पेंशन के काम किया था।”

आबे को शुक्रवार को पश्चिमी जापान में चुनाव प्रचार के दौरान गर्दन और सीने में गोली मारी गई थी। जिसके बाद उनको इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई थी। 41 वर्षीय तेत्सुया यामागामी के रूप में पहचाने जाने वाले शूटर को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने कहा कि उसने जापान के समुद्री आत्मरक्षा बलों में तीन साल तक काम किया था, जिसे जापानी नौसेना भी कहा जाता है। 

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