31 की उम्र में डेब्यू करने वाले श्रीलंकाई स्पिनर ने टेस्ट क्रिकेट में किया कमाल, 97 साल के बाद हुआ ऐसा

श्रीलंका के स्पिनर प्रभात जयसूर्या ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में फाइव विकेट हॉल लेकर एक करिश्मा कर दिखाया है। वे दुनिया के तीसरे ऐसे गेंदबाज बन गए हैं, जिन्होंने 3 फाइव विकेट हॉल लिए हैं।
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Prabhat Jayasuriya
प्रभात जयसूर्या ने 31 की उम्र में टेस्ट डेब्यू किया और वे पहली तीन पारियों में कम से कम पांच विकेट हासिल करने वाले श्रीलंका के पहले और दुनिया के तीसरे गेंदबाज बन गए

श्रीलंका की टीम को प्रभात जयसूर्या एक नायाब हीरा मिला है। इस लेफ्ट आर्म स्पिनर ने 31 की उम्र में टेस्ट डेब्यू किया और पहली तीन पारियों में वो कर दिखाया है, जो क्रिकेट के इस प्रारूप में बीते 97 सालों में नहीं हुआ। जी हां, प्रभात जयसूर्या ने पाकिस्तान के खिलाफ गाले में जारी पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में पांच विकेट चटकाकर एक इतिहास लिख दिया है।

दरअसल, प्रभात जयसूर्या ने अपने टेस्ट करियर की पहली तीन पारियों में फाइव विकेट हॉल लेकर एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। प्रभात जयसूर्या दुनिया के तीसरे ऐसे गेंदबाज बन गए हैं, जिन्होंने ये कमाल टेस्ट क्रिकेट में किया है। प्रभात जयसूर्या ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों पारियों में फाइव विकेट हॉल अपने नाम कर सनसनी मचाई थी। 

प्रभात जयसूर्या ने 31 की उम्र में टेस्ट डेब्यू किया और वे पहली तीन पारियों में कम से कम पांच विकेट हासिल करने वाले श्रीलंका के पहले और दुनिया के तीसरे गेंदबाज बन गए। उनसे पहले इंग्लैंड के टॉम रिचर्डसन ने 1893 में और ऑस्ट्रेलिया के क्लैरी ग्रिमेट ने 1925 में इस उपलब्धि को हासिल किया था। इस तरह 97 साल के बाद टेस्ट क्रिकेट में ऐसा हुआ है। 

श्रीलंका की टीम की स्कीम ऑफ थिंग्स में प्रभात जयसूर्या दूर-दूर तक नहीं थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से पहले श्रीलंका की टीम के कई खिलाड़ी कोरोना संक्रमित पाए गए। ऐसे में उनको करीब 31 साल (30 साल और 8 महीने) की उम्र में टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला। हालांकि, वे चार साल पहले श्रीलंका की टीम के लिए वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके थे।

 

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