बिहार सिस्टम की बत्ती गुल- टॉर्च की रोशनी में हो रहा इमरजेंसी के मरीजों का इलाज

सासाराम जिले से सामने आई तस्वीरों ने प्रशासन को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
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BIHAR
डॉक्टर ब्रजेश कुमार ने कहा कि कुछ कारणों से लगातार अस्पताल में बिजली कट रही है। जिसकी वजह से उन्हें हर रोज काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। और मरीजों का इलाज मोबाइल या टॉर्च की रोशनी में करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

सासाराम : बिहार में एक बार फिर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों की पोल खुल गई है। वहीं इस बार जो तस्वीर बिहार के अस्पताल से आई है वो काफी गंभीर है। दरअसल सासाराम जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टर टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज करते दिखे हैं। बिहार में बिजली का आलम तो यह हो गया है कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों का इलाज टॉर्च की रोशनी में हो रहा है।

डाक्टर ने बताया कि अस्पताल में बिजली आपूर्ति का बुरा हाल है। उन्हें अकसर टॉर्च की रोशनी में ही मरीजों का इलाज करना पड़ता है। सासाराम जिले से सामने आई तस्वीरों ने प्रशासन को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। जिसमें मरीजों के साथ-साथ डॉक्टर भी परेशान दिखाई दे रहे है।

डॉक्टर ब्रजेश कुमार ने कहा कि कुछ कारणों से लगातार अस्पताल में बिजली कट रही है। जिसकी वजह से उन्हें हर रोज काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। और मरीजों का इलाज मोबाइल या टॉर्च की रोशनी में करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। आपको बता दें कि पहले भी बिहार में इस तरह के कई मामले सामने आए है जब डॉक्टरों ने मरीज का इलाज टॉर्च की रोशनी मे कर दिया हो।

इससे पहले मोतिहारी के सदर अस्पताल से भी ऐसी तस्वीरें सामने आई थी। जिससे विवाद खड़ा हो गया था। दरअसल मोतिहारी के सदर अस्पताल में एक ट्रेन से दुर्घटना का शिकार हुए व्यक्ति का टॉर्च की रोशनी में इलाज किया गया था। वहीं कुछ मरीजों को स्लाइन भी अंधेरे में टॉर्च जलाकर ही चढ़ाया जा रहा था। फिलहाल एक बार फिर लापरवाही की तस्वीरों ने बिहार सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।

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