तेलंगाना में ‘ऑपरेशन कमल’! टीआरएस और कांग्रेस के 14 विधायक बीजेपी में हो सकते हैं शामिल
![बीजेपी का ऑपरेशन लोटस](https://theinknews.com/static/c1e/client/96874/uploaded/fcbe397e961aaea9e80e3a9b48839ab2.webp)
हैदराबाद - तेलंगाना में भी आने वाले दिनों में कुछ राजनीतिक उथलपुथल देखने को मिल सकती है. सूत्रों के अनुसार बीजेपी के 14 टीआरएस और कांग्रेस विधायक बीजेपी के संपर्क में है. सूत्रों की मानें तो टीआरएस के एक विधायक कोमाती रेड्डी, राजगोपाल रेड्डी के करीबी दोस्त हैं उनके बीजेपी के संपर्क में होने का दावा किया जा रहा है.
सीएम केसीआर के करीबी के मुताबिक उनके मंत्रिमंडल में वित्त और स्वास्थ्य संभाल चुके एटाला राजेंद्र ने अंदेशा जताया है कि जल्द ही बीजेपी का ऑपरेशन कमल ऑन फ्लो दिखाई पड़ सकता है. वहीं बीजेपी इकाई के प्रवक्ता नटराजू वेंकट सुभाष ने मंगलवार को दावा किया है कि कांग्रेस और टीआरएस के कई विधायक आने वाले दिनों में बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
एक और टीआरएस विधायक जो कि तेलंगाना के कोमाराम भीम आसिफाबाद जिले में आदिवासियों के भूमि मुद्दों को हल करने के लिए लड़ रहे हैं, उनके भी बीजेपी से बातचीत की खबर है. वहीं वरंगल शहर के टीआरएस विधायक भी बीजेपी के संपर्क में बताए जा रहे हैं. वहीं एक एससी आरक्षित सीट से एक विधायक भी बीजेपी के संपर्क में बताए जा रहे हैं.
नटराजू वेंकट सुभाष ने दावा किया है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में प्रदेश की जनता बीजेपी को एक मौका जरूर देगी. बता दें कि तेलंगाना राज्य में कुल 119 विधानसभा क्षेत्र हैं इनमें 18 एससी-आरक्षित और नौ एसटी-आरक्षित हैं. महबूबनगर जिले से एक लाख से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीतने वाले टीआरएस के एक और विधायक भी बीजेपी के रडार पर हैं.
माना जाता है कि बीजेपी इस नो-कंट्रोवर्सी विधायक को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रही है जो अपनी अच्छी छवि के लिए जाना जाता है. बीजेपी का मानना है कि अगर वे इस विधायक को लुभाने में सफल रहे तो वे आसपास के दो से तीन निर्वाचन क्षेत्रों के कई स्थानीय नेताओं को भी अपने साथ जोड़ सकेंगे.
सूची में अगले राज्य के एससी-आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से एक और विधायक हैं. एटाला राजेंद्र के करीबी सहयोगी के रूप में जाना जाने वाला यह विधायक एटाला के टीआरएस से बाहर आने के बाद से ही बीजेपी के संपर्क में है. सूची में अगला नाम उत्तरी तेलंगाना के एक वरिष्ठ नेता का है. ऐसी अफवाह है कि यह विधायक टीआरएस से बहुत खुश नहीं है और पार्टी छोड़ने का विचार कर रहा है.
बीजेपी प्रवक्ता सुभाष ने कहा है कि टीआरएस के विधायक अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाने से डर रहे हैं क्योंकि केसीआर ने उनसे झूठे वादे किए हैं. इस कारण वह लोगों की नाराजगी नहीं झेल सकते. उन लोगों ने फैसला लिया है कि करीब 15 से 18 टीआरएस विधायक बीजेपी में शामिल होंगे. सिर्फ टीआरएस ही नहीं, कांग्रेस के भी 5 विधायक अपनी मर्जी से पार्टी छोड़ेंगे.