Weather Alert : मौसम विभाग की चेतावनी, 6 व 7 जुलाई हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल सहित इन राज्यों में भारी बारिश के आसार, येलो अलर्ट जारी

 भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी. 
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हरियाणा, उत्ताराखंड सहित अन्य राज्यों में आने वाले दो दिनों में भारी बारिश के आसार विभाग की औऱ से जताए गए हैं. मौसम विभाग ने बारिश को लेकर यैलो अलर्ट भी जारी किया है.

हरियाणा - देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून ने दस्तक दे दी है. हरियाणा में भी मानसून की एंट्री हो चुकी है. मौसम विभाग के मुताबिक इस बार देश व प्रदेश में मानसून की दस्तक सही समय पर हुई है. आमतौर पर मनसून जुलाई पहले हफ्ते के बाद दस्तक देता है. मानसून ने देश के लगभग 95 प्रतिशत हिस्सों को कवर भी कर लिया है. मानसून की बारिश के बाद लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है. 

हरियाणा में भी 29 जून की रात को मानसून सक्रिय हो चुका था. 30 जून का लगभग पूरे हरियाणा को कवर भी कर लिया था. हालांकि 2 जुलाई तक कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश तो कहीं बस छिटपूट बारिश हुई थी. हाल ही में मौसम विभाग ने हरियाणा और उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में भारी बारिश के आसार जताए हैं. मौसम विभाग की ओर से 6 व 7 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया है. 

मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों के लिए हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल सहित कई राज्यों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी  की है. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले कुछ दिन इन राज्यों के लोगों के लिए भारी पड़ सकते हैं. भारी बारिश के अलर्ट जारी होते ही सिंचाई विभाग सक्रिय हो चुका है. बारिश के दौरान जलभराव की स्थिति ज्यादा भयावह न हो जाए इसके लिए पहले से प्रंबंध करने में विभाग जुट गया है. विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है. 

बता दें कि हथिनी कुंड बैराज से देश के 5 राज्यों में पानी की सप्लाई होती है लेकिन यमुना का बहाव ज्यादा होने के कारण यही पानी मानसून के समय में परेशानियां खड़ी कर देता है. यमुनानगर में सोम नदी, पथराला नदी और नगरी नाला है. जोकि यमुनानगर के कई जिलों को प्रभावित करता है. माना यह भी जा रहा है कि इसकी वजह से यमुना नदी में अधिक पानी आ सकता है. मौसम विभाग के येलो अलर्ट के बाद प्रदेश में इस दौरान प्रदेश में कहीं भी जलभराव अथवा किसी अन्य संकट के लिए 24 घंटे कर्मचारी अधिकारी तैनात रहेंगे. 

सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इससे पहले 2 और 3 जुलाई को भी पहाड़ों पर वर्षा के चलते सोम नदी में 17000 क्यूसेक पानी आ गया था. इसके अलावा पथराला नदी में भी 5000 क्यूसेक पानी आ चुका है. हालांकि पानी से कोई ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. समय रहते पानी निकाला दिया गया था. हथिनी कुंड बैराज पर भी 3 जुलाई को 36000 क्यूसेक पानी आया था जिसमें से 17564 पानी यमुना में छोड़ा गया. अनुमान है कि  6 जुलाई को इन से भी अधिक पानी आ सकता है इसलिए यमुना नदी, सोन नदी और पथराला नदी के आसपास रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि वह 2 दिन नदियों के आसपास ने जाएं क्योंकि पानी का बहाव तेजी से आता है जिसकी वजह से जानमाल का नुकसान हो सकता है.

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