डॉलर के मुक़ाबले 81 रूपये इतिहास के सबसे निचले स्तर पर भारतीय रूपया!

वित्त मंत्री का बयान चिंता की कोई बात नहीं
 | 
भारतीय रूपया
रुपये में बड़ी के गिरावट से इतर डॉलर इंडेक्स में इजाफा देखने को मिला. डॉलर इंडेक्स आज 111 को भी पार कर गया जो बीते 20 सालों में सबसे ऊपरी स्तर है. दरअसल, अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.75 बेसिस पॉइंट के इजाफे से बाजार काफी प्रभावित हुआ.

दिल्ली।  बीते बुधवार से रुपये में जारी गिरावट अभी तक नहीं थमीं। गुरुवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले काफी पिछड़ता हुआ नजर आया। रुपया 90 पैसे की बड़ी गिरावट के साथ 80.86 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। इससे इतर डॉलर में पिछले 20 सालों में सबसे बड़ा उछाल देखने को मिला है।, गौरतलब है कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरें बढ़ाने और आगे भी सख्त रुख बनाए रखने के कारण भी रुपये में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिली है।

क्यों गिर रहा है रुपया: गौरतलब है कि अमेरिका का केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बेतहाशा महंगाई पर कंट्रोल करने के लिए ब्याज दर 0.75 फीसदी बढ़ाने की घोषणा की है। यह लगातार तीसरी बार है जब फेडरल रिजर्व ने इजाफा किया है। वहीं, रुपये में जारी गिरावट को लेकर कई जानकारों की राय है कि विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर की मजबूती, घरेलू शेयर बाजार में गिरावट और कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी के कारण रुपये की कीमत गिर रही है।

डॉलर इंडेक्स दो देशों के सबसे ऊंचे स्तर पर= आज रुपये में बड़ी के गिरावट से इतर डॉलर इंडेक्स में इजाफा देखने को मिला।डॉलर इंडेक्स आज 111 को भी पार कर गया जो बीते 20 सालों में सबसे ऊपरी स्तर है।दरअसल, अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.75 बेसिस पॉइंट के इजाफे से बाजार काफी प्रभावित हुआ।

इन बैंकों पर होगी नजर= गौरतलब है कि अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया आज 80.27 पर खुला। कारोबार के दौरान इसमें और गिरावट दर्ज की गई। देखते ही देखते रुपया गिरकर 80.95 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।बाजार बंद होने तक यह 80.86 पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 90 पैसे की गिरावट है। वहीं, विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि अब सारा ध्यान बैंक ऑफ जापान और बैंक ऑफ इंग्लैंड की मौद्रिक नीति पर रहेगा।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि भारतीय रुपया अन्य मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले काफी मजबूत है,रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर जाने से जुड़े सवाल पर वित्त मंत्री ने कहा कि RBI और वित्त मंत्रालय स्थिति पर पूरी तरह नजर रख रहे हैं।।

 

Latest News

Featured

Around The Web