मिग विमान हादसों में 200 से अधिक पायलट हो चुके शहीद, आख़िर क्या वजह!

मिग-21 ट्रेनर प्लेन दुर्घटना में दो पायलट शहीद, पहले भी हुए है मिग हादसे!
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Mig 21
भारतीय वायुसेना का मिग-21 का फाइटर ट्रेनर विमान गुरुवार की रात राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतू इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में दो पायलटों की मौत हो गई. भारतीय वायुसेना के अनुसार, यह विमान प्रशिक्षण उड़ान पर था. यह हादसा गुरुवार की रात 9.10 बजे बायतू के भीमड़ा गांव के पास हुआ. सबसे बड़ी बात यह है कि मिग विमानों के विभिन्न हादसों में अब तक भारत के करीब 200 से अधिक पायलटों की जान जा चुकी है

जयपुर - भारतीय वायुसेना का मिग-21 का फाइटर ट्रेनर विमान गुरुवार की रात राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतू इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में दो पायलटों की मौत हो गई. भारतीय वायुसेना के अनुसार, यह विमान प्रशिक्षण उड़ान पर था. यह हादसा गुरुवार की रात 9.10 बजे बायतू के भीमड़ा गांव के पास हुआ. सबसे बड़ी बात यह है कि मिग विमानों के विभिन्न हादसों में अब तक भारत के करीब 200 से अधिक पायलटों की जान जा चुकी है. 


भारतीय वायुसेना ने ट्वीट किया कि भारतीय वायुसेना का दो सीटों वाला मिग-21 ट्रेनर विमान आज शाम राजस्थान के उतरलाई हवाई अड्डे से प्रशिक्षण उड़ान के लिए रवाना हुआ. रात करीब 9:10 बजे बाड़मेर के पास विमान दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया. दोनों पायलटों को जानलेवा चोटें लगीं. ट्वीट में कहा गया कि भारतीय वायुसेना को पायलटों की जान जाने का गहरा दुख है और वह शोक की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं.Mig 21

इससे पहले बाड़मेर के कलेक्टर लोक बंधु ने बताया कि यह वायुसेना का विमान था, जो बायतू के भीमड़ा गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलने पर आला अधिकारी घटनास्‍थल पर पहुंचे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने दुर्घटना पर शोक जताते हुए शोक संतप्‍त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.

बता दें कि मिग-21 फाइटर विमान कभी भारत की शान हुआ करता था. 2021 में सबसे ज्यादा हादसों का शिकार बना मिग-21 बाइसन, जो पांच दुर्घटनाओं में शामिल था. इन हादसों में तीन पायलटों की जान गई. इस विमान को भारतीय सेना के खेमे में 1960 दशक में शामिल किया गया था. 1971 के युद्ध में भारतीय वायु सेना में तीन साल पहले ही शामिल हुए पहले सुपरसोनिक लड़ाकू विमान मिग-21 ने पूर्वी और पश्चिमी मोर्चों पर जमकर कहर बरपाया था.

मिग-21 की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी वायु सेना के 13 लड़ाकू विमानों को मार गिराया था, जबकि उसे सिर्फ एक को खोना पड़ा था. इतना ही नहीं बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान पाकिस्तान के आधुनिक F-16 लड़ाकू विमान को भी मिग-21 ने खदेड़ा था. उस वक्त उसको विंग कमांडर अभिनंदन ही उड़ा रहे थे.

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