ठेले पर कपड़ा बेचने वाले की सुरक्षा में लगे दो गनर, जानिए क्या है पूरा मामला

ठेला लगाकर कपड़े बेचता शख्स और उसके पीछे कुर्सी डालकर बैठे दोनों गनर ठेले वाले की सुरक्षा में तैनात हैं.
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ठेले वाला
एटा में एक ठेले वाले की सुरक्षा में दो सशस्त्र गनर की तैनाती की गई है. यह दोनों ही गनर उसके ठेले के पास ही कुर्सी पर बैठकर उसकी सुरक्षा कर रहे हैं. इस नजारे को देखकर वहां से गुजरने वाले लोग भी हैरान है.

एटा - जनपद से एक चौंकाने वाला नजारा देखने को मिला है. ठेला लगाकर कपड़े बेचता शख्स और उसके पीछे कुर्सी डालकर बैठे दो गनर. यह दोनों गनर ठेले वाले की सुरक्षा में तैनात हैं. यह नजारा एटा के जैथरा कस्बे का है. इस नजारे को देखकर हर किसी के मन में यही सवाल था कि आखिर इस ठेलेवाले की सुरक्षा में दो-दो गनर क्यों तैनात किए गए है.

हाईकोर्ट के आदेश पर ठेले वाले की सुरक्षा में दो सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. रविवार को जब दोनों गनर ठेले वाले के पास पहुंचे तो वह उन्हें ग्राहक समझ बैठा. बाद में उसे बताया गया कि दोनों पुलिसकर्मी उसकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे. दरअसल ठेले वाला रामेश्वर दयाल दो आरोपी सपा नेता रामेश्वर सिंह यादव और जुगेंद्र सिंह से पीड़ित हैं.

यह मामला सपा नेता एवं अलीगंज के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई जुगेंद्र सिंह यादव से जुड़ा है. ठेले वाले का नाम रामेश्वर दयाल है. रामेश्वर दयाल ने सपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. सपा नेताओं पर जातिसूचक गालियां देने और बंधक बनाकर जमीन का बैनामा कराने का आरोप है.

वहीं इस मुकदमे को खारिज करने की याचिका आरोपी सपा नेताओं की ओर से हाईकोर्ट में डाली गई थी. इस याचिका में कहा गया कि थाना जैथरा अंतर्गत बंधक बनाकर जमीन पर कब्जा करने और जाति सूचक गाली देने का झूठा मुकदमा दर्ज कराया है. इस मुकदमे को खारिज किया जाए. मामले में हाईकोर्ट ने पीड़ित रामेश्वर दयाल को नोटिस जारी कर बुलवाया.

सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने पीड़ित को देखकर हैरानी जताई. कहा कि पीड़ित बिना सुरक्षा यहां तक कैसे आ गया. पुलिस ने अभी तक उसे सुरक्षा मुहैया क्यों नहीं कराई ? न्यायाधीश ने पीड़ित को सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश जारी दिए. जिसके बाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद रविवार को ही पीड़ित रामेश्वर दयाल की सुरक्षा में दो सशस्त्र पुलिसकर्मी लगा दिए गए.

पीड़ित रामेश्वर दयाल के ठेले पर जब भी कोई ग्राहक कपड़े खरीदने आता है तो सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को देखकर चौंक जाता है. वहीं सुरक्षा मिलने पर रामेश्वर दयाल का कहना है कि अब वह सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. बता दें कि रामेश्वर दयाल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. दुकान भी नहीं है, इसलिए परिवार का भरण भोषण करने के लिए ठेले पर कपड़े बेचते हैं.

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