अरुणाचल में घुसे बैठे चीन पर बुलडोजर क्यों नही चलाते! वारिस पठान का सरकार पर तंज

​​​​​वारिस पठान ने बोला बीजेपी पर हमला
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पीएम मोदी
वारिस पठान ने कहा, “चीन अगर अरुणाचल प्रदेश की सीमा में घुस गया है तो प्रधानमंत्री मोदी वहां जाकर बात नहीं करेंगे क्या? आपलोग को यह नहीं दिखता कि बुलडोजर को कभी उधर का भी रुख करना चाहिए, जहां निर्माण हो रहे हैं, बख्तर बन रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “RSS के एक 25 साल के विचारक ने कोर्ट में एफ़िडेविट डाला है जिसमें लिखा है कि आरएसएस की शाखाओं में बम बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है।

दिल्ली।  अरुणाचल प्रदेश में चीनी घुसपैठ को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र पर हमले कर रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि प्रधानमंत्री ने बिना किसी लड़ाई के चीन को 1000 वर्ग किलोमीटर जमीन दी है. क्या भारत सरकार बता सकती है कि इस क्षेत्र को फिर से कैसे वापस लिया जाएगा? इस मुद्दे पर न्यूज चैनल आजतक पर एक टीवी डिबेट के दौरान एआईएमआईएम के प्रवक्ता वारिस पठान ने तंज कसते हुए कहा कि चीन अरुणाचल में घुस गया है, तो क्यों न बुलडोजर भेजा जाए, डीजल कम है?

वारिस पठान ने कहा, "अगर चीन अरुणाचल प्रदेश की सीमा में घुस गया है, तो क्या प्रधानमंत्री मोदी वहां जाकर बात नहीं करेंगे? आप नहीं देखते हैं कि बुलडोजर कभी दूसरी तरफ जाए जहां निर्माण हो रहे हैं, कवच बन रहे हैं उन्होंने आगे कहा, ''आरएसएस के 25 साल के एक विचारक ने कोर्ट में एक हलफनामा डाला है, जिसमें लिखा है कि आरएसएस की शाखाओं में बम बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है.

क्यों नहीं भेजते बुलडोजर: एआईएमआईएम के प्रवक्ता ने आगे कहा, ''उन्हें बुलडोजर ही लगाना होगा जहां सफेद कुर्ता और सफेद टोपी दिखाई देगी, वरना उन्हें कुछ नहीं दिखता, भगवा रंग में भी उन्हें कुछ नहीं दिखता. उसका आदमी खुद बोल रहा है लेकिन बुलडोजर वहां नहीं जाएगा।" पठान ने कहा, "चीन हमारी सीमा में घुस गया है, वहां बुलडोजर क्यों नहीं भेजते? पेट्रोल कम, डीजल कम क्यों, वहां अरुणाचल प्रदेश को बुलडोजर क्यों नहीं भेजते? वहाँ क्या समस्या है?"

इसके जवाब में राजनीतिक विश्लेषक अजय आलोक ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी एससीओ बैठक के लिए समरकंद में हैं, वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिल रहे हैं, प्रधानमंत्री मोदी विश्व मंच पर भारत की ताकत दिखा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के नेता विरोध का बहाना ढूंढ रहे हैं. उसमें भी।"

भारत का कद नहीं दिखता: उन्होंने आगे कहा, ''वहां अगर किसी बड़े विपक्षी दल के नेता को आंखें लाल दिखें, लेकिन भारत का कद न दिखे, भारत का रुतबा न दिखे तो बड़ी शर्म की बात है.'' अजय आलोक ने कहा, "ये लोग देश को कमजोर करने की बात करते हैं, चीन जाने की बात करते हैं, लेकिन इतिहास में यह सभी जानते हैं कि चीन को 80,000 वर्ग किलोमीटर जमीन किसने दी और आज भी अगर वह जमीन कोई उन्हें वापस लाने की कोशिश कर रहा है, तो कौन कर रहा है?" 

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