जंगल मे लकड़ी लेने गई महिला को मिला 4.39 कैरेट का हीरा, रातोंरात बन गई लखपति

हीरे को आगामी होने वाली नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा
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50 वर्षीय गेंदा बाई ने बताया कि उसके 8 बच्चे हैं. सबसे बड़ा 35 साल का बेटा है जिसकी शादी हो चुकी है. उसके भी बच्चे हैं. पति परमलाल दिहाड़ी मजदूरी करते हैं. इतने बड़े परिवार में इस महंगाई में बड़ी मुश्किल से गुजारा होता है. गेंदा बाई ने बताया कि चूल्हा जलाने के लिए वह लकड़ी लेने जंगल गई थी और ऊपर वाले ने उसकी सुन ली.

भोपाल - साल 1967 में आई उपकार(Upkar) मूवी का एक गाना आपने जरूर सुना होगा मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती.. मध्यप्रदेश(Madhya Pradesh के पन्ना में एक गरीब आदिवासी महिला(Tribal Woman) के लिए ये सच साबित हुआ है. जहां जंगल में लकड़ी लेने गई महिला को हीरा मिला है. जिसकी कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है. दरअसल बुधवार 27 जुलाई को यह महिला जंगल में लकड़ी बिन रही थी. तभी उसकी नजर एक चमकीले पत्थर पर पड़ी. महिला ने पत्थर उठाया और घर आ गई. उसके बाद उसने यह पत्थर अपने पति को दिखाया. जब दोनों को कुछ समझ नहीं आया तो दोनों उस पत्थर को चेक करवाने हीरा पारखी के पास गए. हीरा पारखी ने उन्हें बताया कि यह 4 कैरेट 39 सेंट का हीरा है. जिसकी कीमत करीब करीब 20 लाख रुपये है.

मध्यप्रदेश की हीरा उगलने वाली घरती ने एक बार किसी गरीब की किस्मत बनाई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पन्ना जिले के पुरुषोत्तमपुर गांव की आदिवासी महिला गेंदा बाई (50 वर्ष) जंगल के कच्चे रास्ते में लकड़ी बीनने के दौरान 4 कैरेट 39 सेंट वजन वाला जेम क्वालिटी का बेशकीमती हीरा पड़ा मिला. गेंदा बाई ने हीरे को अपने पति परमलाल के साथ पन्ना आकर कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में जमा करा दिया है. इस हीरे की अनुमानित कीमत 20 लाख के करीब आंकी जा रही है.


हीरा मिलने से अत्यधिक खुश गेंदा बाई ने मीडिया को बताया, "तीन-चार दिन पहले मैं लकड़ी लेने के लिए पुखरी के जंगल गई थी. वहीं जंगल के रास्ते में मुझे चमकती चीज दिखाई दी, जिसे उठाकर मैं घर ले आई थी. हमनें कभी हीरा देखा नहीं था, इसलिए कांच का टुकड़ा समझकर घर में ही रख दिया."उसने बताया कि आज मेरे पति परमलाल ने कहा कि पन्ना चलकर साहब को इसे दिखाते हैं और हम दोनों पन्ना आ गए. यहां हीरा ऑफिस में जब इसे दिखाया तो पता चला कि यह कांच का टुकड़ा नहीं बल्कि हीरा है. यह जानकर गेंदा बाई की खुशी का ठिकाना नहीं है. वो कहती हैं कि अब बेटियों की शादी बड़े धूमधाम से करेंगी.

50 वर्षीय गेंदा बाई ने बताया कि उसके 8 बच्चे हैं. सबसे बड़ा 35 साल का बेटा है जिसकी शादी हो चुकी है. उसके भी बच्चे हैं. पति परमलाल दिहाड़ी मजदूरी करते हैं. इतने बड़े परिवार में इस महंगाई में बड़ी मुश्किल से गुजारा होता है. गेंदा बाई ने बताया कि चूल्हा जलाने के लिए वह लकड़ी लेने जंगल गई थी और ऊपर वाले ने उसकी सुन ली. अब सारी तकलीफें दूर हो जाएंगी.

वहीं हीरा कार्यालय पन्ना(Diamond Office Panna) के हीरा पारखी(Diamond Connoisseur) अनुपम सिंह ने बताया कि गांव पुरुषोत्तमपुर(Purushottampur निवासी गेंदा बाई को जंगल में यह हीरा पड़ा मिला है जिसे उन्होंने आज जमा कराया है. जेम क्वालिटी(Gem Quality) का यह हीरा 4.39 कैरेट वजन का है, जिसकी कीमत लाखों में है. जानकारों का यह कहना है कि यह हीरा अच्छी क्वालिटी का है, इसलिए नीलामी में इस हीरे की अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है. इसकी अनुमानित कीमत 20 लाख रुपए के करीब आंकी जा रही है. हीरा अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि, इस हीरे को आगामी होने वाली नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा. इसकी बिक्री से जो राशि प्राप्त होगी, उसमें से शासन की रॉयल्टी(Royalty) काटने के बाद शेष पूरी राशि हीरा धारक गेंदा बाई को प्रदान की जाएगी.

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